देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) को गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में ‘भारत रत्न’ (Bharat Ratna) से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने उन्हें इस सर्वोच्च पुरस्कार से नवाजा। इस दौरान जनसंघ के नेता नानाजी देशमुख (Nanaji Deshmukh) और गायक भूपेन हजारिका (Bhupen Hazarika) को मरणोपरांत ‘भारत रत्न’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
70वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, नानाजी देशमुख और असम के गायक भूपेन हजारिका को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से नवाजने की घोषणा की गई थी। प्रणब मुखर्जी कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता रहे हैं। वह भारत सरकार में कई अहम मंत्रालयों का पदभार संभाल चुके हैं। उन्होंने कोलकाता में अपने करियर की शुरूआत डिप्टी अकाउंटेंट जनरल ऑफिस में बतौर क्लर्क शुरू की थी।
नानाजी देशमुख संघ विचारक, जनसंघ के नेता और विख्यात समाजसेवी थे। उन्होंने ग्रामीण विकास और ग्रामीणों के सशक्तिकरण की दिशा में सराहनीय कार्य किए। उन्होंने निचले तबकों से आने वाले लोगों के प्रति उत्कृष्ट सेवाभाव का परिचय देते हुए समाज को महत्वपूर्ण सीख दी थी।
असम से आने वाले भूपेन हजारिका मशहूर गायक, गीतकार और संगीतकार थे। वह अपने गाने खुद लिखते थे। इतना ही नहीं, हजारिका अपने गानों के लिए संगीत भी खुद ही तैयार करते थे। साल 1975 में उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। भूपेन हजारिका को साल 1992 में भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार ‘दादा साहब फाल्के’ से भी नवाजा गया था। 2011 में उन्हें ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया था।
बताते चलें कि आखिरी बार ‘भारत रत्न’ पुरस्कार साल 2015 में दिया गया था। उस साल देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पंडित मदन मोहन मालवीय (मरणोपरांत) को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। अभी तक 48 हस्तियों को ‘भारत रत्न’ से नवाजा जा चुका है।
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