आज गूगल ने भारतीय सर्जन, शिक्षक और समाज सुधारक डॉ. मुथुलक्ष्मी रेड्डी का डूडल (Google Doodle) बनाया है। आज डॉ. मुथुलक्ष्मी रेड्डी का 133वां जन्मदिन है। आज ही के दिन साल 1883 में उनका जन्म हुआ था। आपको बता दें कि डॉ. मुथुलक्ष्मी रेड्डी ब्रिटिश इंडिया की पहली महिला विधायक थीं। डॉ. मुथुलक्ष्मी रेड्डी सामाजिक असमानता, लैंगिक असमानता और आम जनता को पर्याप्त स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की दिशा में अपने प्रयासों के लिए भी जानी जाती हैं।
डॉ. मुथुलक्ष्मी रेड्डी (Dr. Muthulakshmi Reddi) तमिलनाडु के सरकारी अस्पताल में सर्जन के रूप में काम करने वाली पहली महिला भी थीं। जब उनके मां-बाप ने उनकी शादी करवा रहे थे, तो उन्होंने उनका विरोध किया और अपनी पढ़ाई के लिए मना लिया और मेडिकल की पढ़ाई की। उन्होंने तमिलनाडु के महाराजा कॉलेज से पढ़ाई की, पहले ये पूरी तरह से बॉयज स्कूल हुआ करता था। उन्होंने डिस्टिंक्शन के साथ ग्रेजुएशन किया और मद्रास मेडिकल कॉलेज में पहली महिला छात्र बनीं।
मेडिकल लाइन छोड़ बनीं विधायक
डॉ. रेड्डी ने मेडिकल करियर छोड़ कर मद्रास विधायक परिषद में शामिल हुई, जहां उन्होंने शादी के लिए कानूनी उम्र और लड़कियों के शोषण के खिलाफ लड़ाई की। साल 1914 में उन्होंने डॉक्टर सुंदर रेड्डी से शादी की। इस दौरान वह महिलाओं के विकास और लैंगिक समानता के लिए लड़ती रहीं। उन्होंने भारत की आजादी के लिए लिए महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के आंदोलन का समर्थन किया और उसमें हिस्सा लिया।
बहन की कैंसर मौत के बाद खोला हॉस्पिटल
डॉ. मुथुलक्ष्मी की बहन की कैंसर (Cancer Hospital In India) से मौत होने के बाद उन्होंने अदायकर कैंसर इंस्टिट्यूट की स्थापना 1954 में की। जो आज विश्व का सबसे अच्छा ऑन्कोलॉजी सेंटर माना जाता है। यह हर साल लगभग 80000 मरीजों को ठीक करता है।
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