गूगल ने स्प्रिंग इक्विनॉक्स पर बनाया खूबसूरत डूडल, अब दिन-रात होंगे बराबर, जानिए इसकी खास बातें

गूगल ने आज स्प्रिंग इक्विनॉक्स पर डूडल बनाया है। इस डूडल में गूगल ने रात और दिन को दिखाया है। स्प्रिंग इक्विनॉक्स का मतलब है कि इस दिन से, दिन और रात बराबर होते हैं। यानि रात और दिन बराबर 12 घंटे के होते हैं।

स्प्रिंग इक्विनॉक्स पर गूगल डूडल। (फोटोः गूगल)

गूगल ने आज स्प्रिंग इक्विनॉक्स पर डूडल बनाया है। इस डूडल में गूगल ने रात और दिन को दिखाया है। गूगल को पेड़ दिखाया जिसे हर रंग दिया गया है। इस पर पेड़ों की तरह पत्ते दिखाई दे रहे हैं। पीछे रंग-बिरंगे डॉट्स हैं। इसके अलावा पृथ्वी पर के एक सुंदर फूल बनाया है। पृथ्वी की आंख और मुंह भी बनाए गया है। इसमें पृथ्वी हैरानी से फूल की तरफ देख रही है। फूल के आस पास कुकुरमुत्ता भी बने हुए हैं। यह देखने में बहुत ही खूबसूरत दिख रहा है। गूगल का ये डूडल गुरुवार से शुरू होने वाले स्प्रिंग इक्विनॉक्स पर बनाया गया है।

स्प्रिंग इक्विनॉक्स का मतलब है कि इस दिन से, दिन और रात बराबर होते हैं। यानि रात और दिन बराबर 12 घंटे के होते हैं। इस दिन दुनियाभर में लगभग हर जगह दिन और रात बराबर होती है। इक्विनॉक्स शब्द लैटिन भाषा से लिया गया है, जिसका मतलब ‘बराबर’ और ‘रात’ होता है। इस दिन को मौसम बदलने का दिन भी कहा जाता है। यहां से बसंत ऋतु शुरू होती है, लेकिन भारत में बसंत ऋतु का आगमन बसंत पंचमी से माना जाता है।

सूर्य की दिशा में होता है बदलाव

स्प्रिंग इक्विनॉक्स के दिन मौसम में भी बदलाव होता है। सूरज अपनी चाल और दिशा बदल देता है। इस दिन से सूरज सीधा पूरब से निकलता है और पश्चिम में भी सीधा अस्त होता है। बाकी दिन सूरज ठीक पूरब से नहीं निकलता है। आपको बता दें कि साल में दो बार इक्विनॉक्स होता है। पहला मार्च में और दूसरा सितंबर में। मार्च इक्विनॉक्स तक होता है जब सूरज आकाशीय भूमध्य रेखा को दक्षिण से उत्तर की ओर पार करता है- ये पृथ्वी के भूमध्य रेखा के ऊपर आकाश में एक काल्पनिक लाइन होती है। जबकि सितंबर में ठीक इसका उल्टा होता है।

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रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।