तमाम सियासी उठापटक के बीच हरियाणा में खट्टर सरकार की ताजपोशी आखिरकार हो ही गई। 14वीं विधानसभा के लिए 65 साल के मनोहर लाल खट्टर ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। उनके साथ JJP सुप्रीमो दुष्यंत चौटाला (31) ने भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने दोनों को शपथ दिलाई है।
जानकारी के मुताबिक, नई सरकार में भाजपा को जजपा और 7 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन दिया है। मंत्रियों का शपथ ग्रहण दिवाली बाद होगा। दुष्यंत के पिता अजय सिंह चौटाला भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। अजय को शनिवार को दो हफ्ते की फरलो मिली थी। जैसा कि अनुमान था अजय चौटाला के फरलो मिलने के बाद सियासी हल्के में तूफान मच गया।
बताते चलें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव का परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित हुआ था। इसमें भाजपा ने 40 सीटें हासिल की थी। सरकार बनाने के लिए उन्हें 46 विधायकों की जरूरत थी। 7 निर्दलीय विधायकों समेत हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा ने भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की, लेकिन रातों-रात कई विधायक दिल्ली स्थित हरियाणा भवन पहुंच भी गए थे।
इसी बीच अमित शाह से मुलाकात के बाद, जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने भाजपा को समर्थन देने की बात कही। शुक्रवार देर रात भाजपा ने जजपा और निर्दलीय विधायकों के साथ मिलकर सरकार बनाने का ऐलान कर दिया। इसी बीच सोशल मीडिया से लेकर आम लोगों के बीच कांडा के कांड की चर्चा तेज हो गई। कांडा पर एयरहोस्टेस के सुसाइड केस में सीधे आरोप हैं।
इसके चलते उनके समर्थन पर विवाद गर्मा गया। पार्टी नेता उमा भारती ने ट्वीट कर इसका विरोध किया। कांडा के समर्थन पर हां और ना के बीच, आखिरकार शनिवार को विधायक दल की बैठक के बाद अनिल जैन ने कांडा का समर्थन नहीं लेने की बात कही। शनिवार को भाजपा विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद पहुंचे थे।