जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 35 ए (Article 35 A) को लेकर कई दिनों से काफी हड़कंप मचा हुआ है। मामले को देखते हुए कुछ वक्त पहले यहां अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती भी की गई थी। ताजा जानकारी के मुताबिक अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने की सिफारिश की है। इसके बाद जम्मू-कश्मीर से लद्दाख अलग हो गया और क्रेंद शासित प्रदेश बना दिया गया है। इसे लेकर राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ जिसके बीच पीडीपी के नेता सबा फयाज ने अपने कपड़े तक फाड़ दिए। इस हंगामे को बढ़ता देख सदन कार्यवाही रोक दी गई। इसके बाद फयाज को सदन छोड़कर जाने का आदेश दिया गया।
इससे पहले आज सुबह जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को उनके घरों में नजरबंद कर लिया गया है। कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है। घाटी में टीवी प्रसारण और इंटरनेट सेवाओं बंद करने के साथ ही जम्मू और श्रीनगर में धारा-144 लगा दी गई है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अगुआई में आज सुबह 9:30 बजे कैबिनेट मीटिंग भी हुई थी।
जानिए मोदी सरकार ने क्यों उठाया ये कदम
केंद्र ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि अनुच्छेद 370 लागू रहने तक राज्य का पुनर्गठन नहीं किया जा सकता था। अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्राप्त है, संसद से पारित कई कानून इस राज्य में लागू नहीं हो पाते थे। केंद्र सरकार रक्षा, विदेश और संचार जैसे अहम विषयों को छोड़कर राज्य के बाकी मामलों में दखल नहीं दे सकती थी। अनुच्छेद 370 हटने से जम्मू-कश्मीर अब पूर्ण राज्य नहीं, वह अब दिल्ली की तरह विधानसभा वाला केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया, लेकिन वहां विधानसभा नहीं होगी।
गौरतलब हो कि बीते रविवार को कश्मीर में आतंकी खतरे और सुरक्षा की तैयारियों को लेकर अमित शाह ने बैठक की थी जिसके बाद जम्मू-कश्मीर में मामले को लेकर तनाव और बढ़ गया। खबरों की मानें, तो आज सुबह करीब 6 बजे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अपने आवास पर आपात बैठक की जिसमें कई आला अधिकारी मौजूद थे।
नजरबंद होने के कुछ वक्त पहले ही उमर अब्दुला ने एक ट्ववीट करते हुए कहा, ‘कश्मीर के लोगों के लिए, मुझे नहीं पता की आगे क्या होगा लेकिन मुझे यकीन है कि अल्लाह जो करेंगे अच्छा करेंगे। हमें भले ये अभी दिखाई ना दें, लेकिन अल्लाह के कामों पर शक नहीं करना चाहिए। सभी को शुभकामनाएं। अच्छी तरह और शांत रहें।’ वहीं, श्रीनगर की बात करें, तो वहां धारा 144 लागू होने के बाद सिक्योरिटी काफी बढ़ा दी गई है। सुषमा चौहान और पीयूष सिंगला ने सोशल मीडिया के जरिए ये जानकारी दी की यहां सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
देखिए उनका ये ट्वीवट…
बताते चलें कि संविधान के आर्टिकल 35 ए में जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा और इसके तहत जम्मू-कश्मीर के नागरिकों को कुछ खास अधिकार दिए गए हैं।। जम्मू-कश्मीर में बाहरी लोग संपत्ति नहीं खरीद सकते। बाहरी लोग राज्य सरकार की नौकरी नहीं कर सकते। कश्मीरियों में 35ए को हटने को लेकर डर है। उनका सोचना है कि इस अनुच्छेद के खत्म होने से बाकी भारत के लोगों को भी जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीदने का अधिकार मिल जाएगा। साथ ही नौकरी और अन्य सरकारी मदद के भी वे हकदार हो जाएंगे।
कंगना रनौत ने पीएम नरेंद्र मोदी से की अपील-कश्मीर से हटाएं धारा 370, छीना जाए विशेष राज्य का दर्जा…