श्रीकृष्ण जन्मस्थान में जन्माष्टमी के मौके पर 20 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे| ऐसा लग रहा था जैसे सभी की मंजिल एक हो। हर गली-सड़क पर लोग श्रीकृष्ण जन्मस्थान की तरफ जा रहे थे| सभी कृष्ण के जन्म का वो पल अपनी आँखों में कैद कर लेना चाह रहे थे| मथुरावासी ही नहीं बल्की देशभर के लोगों का सैलाब यहाँ पर उमड़ गया था| आइये देखते है जन्माष्टमी के मौके पर कैसी सजी थी मथुरा|
श्रीकृष्ण का दुग्धाभिषेक-
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम हर तरफ है। बड़ी संख्या में लोग मथुरा और वृंदावन जाकर कान्हा की पूजा करते नज़र आये| बता दें यहां जाने वाले भक्त गोवर्धन पूजा करना नहीं भूलते हैं। गोवर्धन पर्वत का बहुत ही ज्यादा धार्मिक महत्व है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि इसकी परिक्रमा करने से मांगी गई सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं। यह आस्था का अनोखा मिसाल है। इसीलिए तिल-तिल घटते इस पहाड़ की लोग लोट-लोट कर परिक्रमा पूरी करते हैं।
हर दिन सैकड़ों श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं को लेकर यहां आते हैं और 21 किलोमीटर के फेरे लगाते हैं। श्रद्धाभाव का आलम यह है कि सालोंभर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। लोग सर्दी, गर्मी और बरसात की परवाह किए बिना ही 365 दिन यहां श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हैं।
बताया जाता है कि पांच हजार साल पहले गोवर्धन पर्वत 30 हजार मीटर ऊंचा हुआ करता था। अब इसकी ऊंचाई करीब 30 मीटर ही रह गई है। पुलस्त्य ऋषि के शाप के कारण यह धीरे-धीरे घट रहा है। इसकी परिक्रमा के रास्ते में 21 पूजनीय स्थल हैं। सभी का अपना इतिहास है। यहां का माहौल देखकर ही लोग भक्ति भावना में डूब जाते हैं। यही कारण है कि तीर्थयात्रियों को इस सफर का पता ही नहीं चलता और अलौकिक आनंद की प्राप्ति भी हो जाती है।