पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में गुरुवार को पंचकूला स्थित सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को उम्रकैद की सजा सुनाई है। राम रहीम के अलावा तीन अन्य दोषियों निर्मल सिंह, कुलदीप सिंह और कृष्णलाल को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। विशेष अदालत ने सभी दोषियों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राम रहीम को सजा सुनाई। आजीवन कारावास की सजा सुनते ही राम रहीम मायूस हो गया। विशेष जज जगदीप सिंह ने ही चारों दोषियों की सजा का ऐलान किया। जज जगदीप सिंह ने फैसला सुनाते हुए कहा कि राम रहीम की उम्रकैद की सजा उसे रेप केस में दी गई 20 साल की सजा पूरी होने के बाद शुरू होगी। इस तरह रेपिस्ट और हत्यारा बाबा राम रहीम अब शायद ही कभी जेल से रिहा हो पाएगा।
11 जनवरी को कोर्ट ने ठहराया था दोषी
बीती 11 जनवरी को राम रहीम समेत चारों आरोपियों को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति मर्डर केस में दोषी करार दिया गया था। चारों आरोपियों को आईपीसी की धारा 302 और 120 बी के तहत दोषी पाया गया था। पत्रकार हत्याकांड के दो आरोपियों कृष्णलाल और निर्मल सिंह को हथियार कानून के तहत भी दोषी पाया गया था।
डेरा सच्चा सौदा का मैनेजर था कृष्णलाल
घटना के समय कृष्णलाल डेरा सच्चा सौदा का मैनेजर था। सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में इस बात का खुलासा किया था कि कृष्णलाल ने ही पत्रकार की हत्या के लिए अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर और वॉकी-टॉकी शूटर्स निर्मल सिंह और कुलदीप सिंह को दिए थे। घटनास्थल पर राम रहीम भी मौजूद था।
क्या था मामला?
हरियाणा के स्थानीय पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की 24 अक्टूबर, 2002 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या से करीब तीन हफ्ते पहले उनके अखबार ‘पूरा सच’ ने एक अनाम चिट्ठी छापी थी। इस पत्र में डेरा सच्चा सौदा की महिला साध्वियों और अनुयायियों ने सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय में स्वंयघोषित बाबा गुरमीत राम रहीम पर रेप का आरोप लगाया था। चिट्ठी में डेरा मुख्यालय में यौन शोषण से जुड़े कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए थे। अदालत के आदेश के बाद 2003 में केस की जांच सीबीआई को सौंपी गई और 2007 में जांच एजेंसी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। पीड़ित परिवार ने राम रहीम को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की थी। हालांकि अब दोषियों को मिली उम्रकैद की सजा से परिवार संतुष्ट है।
ढोंगी बाबा राम रहीम को था फिल्मों में हीरो बनने का शौक
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को फिल्मों का भी काफी शौक था। राम रहीम ने साल 2015 में अपनी फिल्म ‘एमएसजी- द मैसेंजर ऑफ गॉड’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। हालांकि फिल्म ने कुछ खास बिजनेस नहीं किया था, लेकिन फिर भी राम रहीम फिल्म के अच्छे कलेक्शन की बात कहता रहा। राम रहीम ने अब तक पांच फिल्में बनाई हैं और सभी फिल्मों में वह हीरो नजर आया था। पहली फिल्म आने के महज 7 महीने बाद उसने इसका दूसरा पार्ट ‘एमएसजी 2- द मैसेंजर’ रिलीज की। बाबा कहता था कि उसकी इस फिल्म ने 300 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया, लेकिन असल में फिल्म ने करीब 17 करोड़ रुपये का ही कारोबार किया था।
बाबा ने अपनी फिल्म को पंजाब में बताया था हाउसफुल
राम रहीम की तीसरी फिल्म ‘एमएसजी- द वॉरियर लॉयन हार्ट’ थी। फिल्म रिलीज होने के बाद राम रहीम ने इसे पंजाब में हाउसफुल करार दे दिया। एक बार फिर राम रहीम ने अपनी फिल्म के कलेक्शन को बढ़ा-चढ़ाकर बताया, लेकिन एक अंग्रेजी वेबसाइट ने खुलासा किया कि फिल्म ने महज 19 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है। इसके बाद साल 2017 में उनकी अगली फिल्म ‘हिंद का नापाक को जवाब: एमएसजी लॉयन हार्ट 2’ रिलीज हुई थी। फिल्म में राम रहीम भारतीय जासूस ‘शेर-ए-हिंद’ की भूमिका में था।
राम रहीम की आखिरी फिल्म थी ‘जट्टू इंजीनियर’
राम रहीम की पांचवी और आखिरी फिल्म ‘जट्टू इंजीनियर’ थी। इस फिल्म में वह एक मनमौजी टीचर के किरदार में था, जो नशे की गिरफ्त में रहने वाले ग्रामीणों को सुधारने का काम करता था। राम रहीम ने इस फिल्म के कलेक्शन को लेकर तो अपने झूठ बोलने के सारे रिकॉर्ड्स तोड़ डाले थे। राम रहीम का कहना था कि उनकी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 395 करोड़ रुपये का कारोबार किया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स ने उसकी कलई खोलते हुए बताया था कि इस फिल्म ने महज 9.83 करोड़ रुपये कमाए थे। कहा जाता है कि राम रहीम खुद अपने अनुयायियों पर उसकी फिल्म जबरन देखने का दबाव बनाता था।
देखें राम रहीम की फिल्म का वीडियो…
देखें ये वीडियो…
देखें गुरमीत राम रहीम की तस्वीरें और वीडियो…