शुक्रवार के दिन भगवान विष्णु के सबसे प्रिय कार्तिक के महीने में कार्तिक पूर्णिमा पड़ी हैं। इस दिन गंगा स्नान करने का अधिक महत्व होता है। श्रद्धालु इस दिन भगवान की आस्था में लीन होकर गंगा या फिर किसी दूसरी नदियों में जाकर डुबकी लगाते हैं। साथ ही भगवान से अपने अच्छे जीवन यापन की कामना करते हुए उनसे आशीर्वाद मांगते है। इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ भगवान विष्णु की भी पूजा की जाती है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के पश्चात दीप दान करने का पुण्य फल दस यज्ञों के बराबर गिना जाता है।
इसके अलावा कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक महाभयानक असुर का अंत किया था और वे त्रिपुरारी के रूप में पूजित हुए थे। ऐसा कहा जाता है कि जो भी इस दिन गंगा स्नान करता है वो जन्म-जन्म के पापों से मुक्ति पाता है। इस दिन सबसे ज्यादा गंगा स्नान और दीपदान का बहुत माना जाता है। इस दिन को बड़े स्तर पर इलाहाबाद, अयोध्या, वाराणसी जैसी जगहों पर मनाया जाता है। इसके अलावा कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही संध्या काल में भगवान विष्णु का मत्स्यावतार हुआ था। यहीं वजह है की कार्तिक पूर्णिमा वाले दिन भगवान विष्णु का भी पूजा पाठ किया जाता है।
कार्तिक पूर्णिमा वाले दिन जरूर करें ये 8 काम…
– इस दिन सुबह उठकर ब्रह्म मुहूर्त के अंदर स्नान जरूर करें।
– यदि आपके आस पास गंगा नदी मौजूद नहीं है तो किसी भी नदी में स्नान कर लें।
-इसके साथ ही सुबह के समय मिट्टी के दीपक में घी या तिल का तेल डालकर दीपदान करें। ऐसा करना शुभ होता है।
– कार्तिक पूर्णिमा वाले दिन भगवान विष्णु की पूजा जरूर करें।
– भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ-साथ श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ भी करें।
– यदि संभव हो सकें तो घर में हवन या पूजन जरूर करें।
– इस दिन घी, अन्न या खाने की कोई भी वस्तु दान करें।
– वहीं, शाम के वक्त भी मंदिर में दीपदान करें।
देखें कार्तिक पूर्णिमा से जुड़ी तस्वीर…