दिवाली की रात को महानिशा की रात्रि भी कहते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस रात को महालक्ष्मी पृथ्वी का भ्रमण करती हैं। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा से पूरे साल धन और समृद्धि मिलती है। दीपावली के दिन किसी भी प्रकार की दरिद्रता दूर की जा सकती है।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल की दीपावली की पूजा कैसे करें। आइए जानते हैं कि हमें मां लक्ष्मी की पूजा कैसे करनी चाहिए। सबसे पहले पूर्व दिशा या ईशान कोण में एक चौकी रखें। चौकी पर लाल या गुलाबी वस्त्र बिछाएं। पहले गणेश जी की मूर्ति रखें, फिर उनके दाहिने और लक्ष्मी जी को रखें। आसान पर बैठें और अपने चारों और जल छिड़क लें।
इसके बाद संकल्प लेकर पूजा आरम्भ करें। एक मुखी घी का दीपक जलाएं। फिर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को फूल और मिठाइयां अर्पित करें। इसके बाद पहले भगवान गणेश फिर मां लक्ष्मी के मन्त्रों का जाप करें। अंत में आरती करें और शंख ध्वनि करें। घर में दीपक जलाने के पूर्व पहले थाल में पांच दीपक रखकर उन्हें फूल आदि अर्पित करके पूजा कर लें।
तब जाकर घर के अलग अलग हिस्सों में दीपक रखना शुरू करें। घर के दीपक के अलावा कुएं के पास और मंदिर में भी दीपक जलाएं। दीपावली का पूजन लाल, पीले और चमकदार रंग के वस्त्र धारण करके करें। काले, भूरे और नीले रंग से परहेज करें।
दीपावली पर मां लक्ष्मी का वरदान पाने के लिए ऐेसे करें पूजा…
1- गणेश जी को हल्दी अर्पित करें, इससे विद्या का वरदान मिलेगा।
2- लक्ष्मी जी को सफेद मिठाई अर्पित करें, धन लाभ होगा।
3- हनुमान जी को तुलसीदल अर्पित करें, इससे दरिद्रता दूर होगी।
4- तुलसी के नीचे घी का दीपक जलाकर आरती करें, इससे वैवाहिक जीवन की बाधाएं दूर हो सकती हैं।
5- दीपावली की शाम को मंदिर में दीपक जलाएं, इससे रुके हुए काम पूरे होंगे।
6- दीपावली के दिन किसी निर्धन को मिठाई दें, इससे कर्ज से राहत मिलेगी।
7- दीपावली की रात्रि को हनुमान चालीसा का पाठ करें, मुकदमों और विवादों का निपटारा होगा।
8- दीपावली के अवसर पर भगवान राम की पूजा करें, कपूर से आरती भी करें, इससे बीमारियों से मुक्ति मिलेगी।
9- दीपावली पर घर में सुगन्धित प्रकाश की व्यवस्था करें, इससे संतान सम्बन्धी चिंताएं दूर होंगी।
10- दीपावली पर किसी सौभाग्यवती स्त्री को वस्त्र और आभूषण उपहार में दें, इससे आपका विवाह बहुत जल्द होगा।