इस साल का पहला चंद्र ग्रहण यानि सुपर ब्लड मून 21 जनवरी को होगा यह ग्रहण कुल 62 मिनट तक होगा। इस दौरान लाल रंग का चांद दिखाई देगा। यह ग्रहण अमेरिका यूरोप और अफ्रीका में दिखाई देगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।
इस ग्रहण का भारतीय मौसम पर भी असर पड़ेगा। ग्रहण के प्रभाव के कारण 21 जनवरी से 5 फरवरी के बीच उत्तर और मध्य भारत में कई स्थानों पर मौसम में परिवर्तन होगा और बारिश हो सकती है। लेकिन इसका सूतक पर कोई असर नहीं पड़ेगा। फिर हमें सूतक का ध्यान रखना होगा। मंत्रोच्चार करना ठीक रहेगा। गर्भवती महिलाओं को भी थोड़ी सावधानी बरतनी होगी।
इतने समय तक रहेगा ग्रहण
भारतीय समयानुसार चंद्रग्रहण सुबह 10.11 बजे से शुरू होगा और 11.12 बजे तक रहेगा। ग्रहण का समय 62 मिनट का होगा।
आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण के दौरान पृथ्वी, सूर्य और चांद्रमा के बीच आती है। इस स्थिति में पृथ्वी के एक तरफ चांद और दूसरी तरफ सूरज होता है। जब पृथ्वी की परछाई पर से चंद्रमा जब निकलता है तो चंद्र ग्रहण होता है। चांद जैसे-जैसे पृथ्वी के नजदीक पहुंचता है, वह चमकीला और लाल होता जाता है। इसे ब्लड मून भी कहा जाता है।
ग्रहण का ऐसा होगा प्रभाव और लाभ
भारत में 21 जनवरी से 5 फरवरी के बीच जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, दिल्ली और मध्यप्रदेश सहित उत्तर भारत में बारिश और बर्फवारी हो सकती है।
ग्रहण के समय मेडिटेसन करना उचित माना जाता है। इस दौरान गुरु और पंडितों को दान-दक्षिणा देने का विशेष महत्व है।
पढ़ने लिखने और कला सीखने का अच्छा समय माना जाता है।
अभी तीन ग्रहण होने बाकी
आपको बता दें कि इससे पहले 6 जनवरी को साल का पहला सूर्यग्रहण लगा था। यह साल का ये पहला ग्रहण आशिंक सूर्य ग्रहण था। यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में नजर ही नहीं आया था। इसके बाद 2 जुलाई 2019, 16 जुलाई 2019, दिसंबर 2019 को भी सूर्य ग्रहण होगा।
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