मध्यप्रदेश: देश में कोरोना (Coronavirus) का कहर लगातार जारी है। संक्रमित आकड़ो में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। इस बीच अपने गाव से दूर शहरों में काम कर रहे मजदूर भी अपने घर जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े है। मध्यप्रदेश (Madhya pradesh) की सीमा पर प्रवासी मज़दूर हज़ारों की तादाद में पहुंचे रहे हैं, सबसे अधिक दबाब सेंधवा की सीमा पर बिजासन घाट पर है। यहाँ हर रोज 5 हजार से अधिक मजदूर पहुंच रहे है। इन श्रमिकों का खाना, चिकित्सा परीक्षण के बाद निशुल्क बसों के जरिए देवास ट्रांजिट पर पहुंचाया जा रहा है।
मजदूरों को बिना किराया सागर, छतरपुर, गुना और शिवपुरी बसों से पहुंचाया जाता है। ट्रांजिट से श्रमिकों को उनके जिले में और उत्तरप्रदेश, झारखण्ड, बिहार जैसे राज्यों की सीमा तक पहुंचाया जा रहा है। सरकार का दावा है कि सेंधवा सीमा पर पिछले तीन दिनों में लगभग 15 हजार श्रमिकों को भोजन करवा कर उन्हें बसों के जरिए देवास होते हुए उनके स्थान पंहुचा दिया जा रहा हैं। जैसा की यहाँ श्रमिकों की संख्या लगातार रोज बढ़ते जा रही है इसीलिए अब यहाँ बसों की संख्या बढ़ाने कोशिश की जा रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने श्रमिकों से अपील की है कि वे धैर्य रखें। सबके भोजन और जाने की व्यवस्था सरकार करेगी. उन्होंने पैदल चलने वालों श्रमिकों से भी रूकने की अपील की है। प्रदेश के अब तक 3 लाख 12 हजार 509 श्रमिक वापस आ चुके हैं।
सड़क परिवहन से दो लाख 26 हजार 803 श्रमिक वापस आये हैं। अपर मुख्य सचिव प्रभारी स्टेट कंट्रोल रूम आईसीपी केशरी ने जानकारी दी है कि सड़क परिवहन के माध्यम से 22 अप्रैल से 14 मई तक कुल दो लाख 26 हजार 803 श्रमिक वापस लाये गये। इनमें राजस्थान से 50 हजार 908, हरियाणा से 1329, गुजराज से एक लाख 29 हजार 431, उत्तरप्रदेश से 1936, महाराष्ट्र से 39 हजार 281, छत्तीसगढ़ से 3 हजार 865 और दमन एंव दीव से 53 श्रमिक लाये गए हैं। 14 मई तक 72 विशेष श्रमिक ट्रेनों से 86 हजार श्रमिक विभिन्न प्रदेशों से लाए गये हैं। दिल्ली से 1100, गोवा से 1200, कर्नाटक से 2270, केरल से 2251, महाराष्ट्र से 26,572, गुजरात से 27,694, हरियाणा से 15025, पंजाब से 2617 और तेलंगाना से 5777 श्रमिक वापस लाये जा चुके हैं। इसके अलावा अंतर्राज्यीय ट्रेन के माध्यम से 1200 लोग आये हैं। यह सिलसिला लगातार जारी है. अब तक 90 ट्रेनों का रिक्विजिशन भेजा जा चुका है। 15 मई को 9 ट्रेन श्रमिकों को लेकर आएंगी।
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