देशभर में कोरोना (Coronavirus) का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना का प्रकोप सबसे ज्यादा महाराष्ट्र (Maharashtra) पर दिख रहा है। महाराष्ट्र में अब तक संक्रमित मामलों का आकड़ा 50 हजार पार कर चूका है। इस बीच बढ़ते मामलों को देख मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) ने सहयोगी पार्टियों की बैठक बुलाई है। दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कल कहा था कि हम महाराष्ट्र में डिसिजन मेकर नहीं हैं। इस बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में तहलका सा मच गया है। जिसके बाद सीएम उद्धव की ओर से आनन-फानन में सहयोगियों की बैठक बुलाई गई है।
बता दे, शिवसेना के मुखपत्र सामना ने बुधवार को अपने संपादकीय में लिखा कि महाराष्ट्र में सरकार स्थिर है। शिवसेना का बयान उस समय आया है, जब एनसीपी चीफ शरद पवार ने पहले राज्यपाल बीएस कोश्यारी और फिर सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी। इसके बाद उद्धव सरकार पर संकट के बादल मंडराने के कयास लगाए जा रहे थे।
संपादकीय में कहा गया है कि शरद पवार और संजय राउत ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें महामारी से निपटने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी। शरद पवार कई मौकों पर उद्धव ठाकरे से मातोश्री में मिल चुके हैं। संपादकीय में कहा गया है कि महाराष्ट्र में ये बैठकें नियमित और स्थिर हैं।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए संपादकीय में कहा गया है कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की मांग करने वालों को गुजरात में ऐसी मांग करनी चाहिए, अगर उनमें हिम्मत है। राज्यपाल को ऐसी विपक्षी पार्टी की खिंचाई करनी चाहिए जो कोरोना पर राजनीति कर रही है। उद्धव सरकार ने छह महीने पूरे कर लिए हैं, ये लोग कह रहे थे कि सरकार 11 दिनों तक नहीं चलेगी।
यहाँ देखे हिंदी रश का ताजा वीडियो: