महाराष्ट्र के औरंगाबाद (Aurangabad) दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक 17 लोगों पर से एक मालगाड़ी उन्हें चीरती हुई निकल गई, उनमें से 14 लोगों का देहांत हुआ है और 3 लोग घायल हुए है। बता दें, सभी मजदूर महाराष्ट्र के जलगांव में आयरन फैक्ट्री में काम करते थे। वे लोग औरंगाबाद से मध्यप्रदेश के लिए निकली स्पेशल ट्रेन पकड़ना चाहते थे। रिपोर्ट के अनुसार वे ट्रैन पकड़ने के लिए भुसावल पहुंचना चाहते थे। सभी मजदूर मध्य प्रदेश के शहडोल के रहने वाले थे। करीब 45 किलोमीटर चलने के बाद सभी थक कर ट्रैक पर ही आराम करने के लिए बैठ गए और थकान की वजह से वे लोग ट्रैक पर ही सो गए। इसी दौरान वहां से ट्रेन गुजरी और सभी लोग इसकी चपेट में आ गए। यह रेल दुर्घटना सुबह 5:30 बजे हुई।
औरंगाबाद से SP मोक्षदा पाटिल, ने बताया, सुबह 5:15 बजे बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, एक मालगाड़ी गुजर रही थी उसके नीचे मजदूर आ गए। इसमें 16 मजदूरों की मौत हो गई। एक घायल है, 4 लोग जो दूर बैठे थे उनसे हम पूछताछ कर रहे हैं जो आदमी बचा है उसने बताया है कि ये लोग जालना से निकले थे और भूसावल जाना चाहते थे, जहां से वो ट्रेन पकड़ना चाहते थे। ये पैदल जा रहे थे, पटरी पर वो आराम करने के लिए लेटे थे, उनको नींद आ गई और ये हादसा हो गया।
महाराष्ट्र दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल हादसे में जानमाल के नुकसान से बेहद दुखी हूं। रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की है, वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।’
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने किया ट्वीट
औरंगाबाद रेलवे ट्रैक पर हुए हादसे को लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल (Railway Minister Piyush Goyal) ने ट्वीट करते हुए लिखा, आज सुबह 5:22 बजे नांदेड़ डिवीजन के बदनापुर व करमाड स्टेशन के बीच सो रहे श्रमिकों के मालगाड़ी के नीचे आने का दुखद समाचार मिला. राहत कार्य जारी है और इस पूरी घटना के जांच के आदे दे दिए गए हैं. दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दुखी हुए इस दुर्घटना से
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, महाराष्ट्र के औरंगाबाद ज़िले में हुई रेल दुर्घटना अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। इस हादसे में अपनों को खोने वाले लोगों के प्रति मेरी संवेदना है। मैं घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।