महाशिवरात्रि 2019: बेहद शक्तिशाली है भगवान शिव के ये 5 मंत्र, जाप करने भर से ही दूर हो जाएंगे हर दुख

इस बार महाशिवरात्रि 4 मार्च 2019 को पड़ रही है। सभी लोग सुबह जल्द उठकर भोले बाबा की पूजा अर्चना में जुट जाते हैं। इस दौरान भगवान शिव का रुद्राभिषेक भी किया जाता है।

महाशिवरात्रि 2019 ( फोटो साभार - इंस्टाग्राम)

हिंदू पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान शिव ब्रह्मा, विष्णु महेश की त्रिमूर्ति में से एक आते हैं। भगवान शिव के अनेकों रुप होने के साथ-साथ उनके अनेकों मंत्र भी है। उन सभी मंत्रों के अपने मायने और महत्व है। देवों के देव महादेव सिर्फ एक लौटा भर जल चढ़ा देने से ही अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाते है। इसके बावूजद यदि आप चाहते है कि भगवान शिव की आराधना पूरी विधि विधान के साथ करें। तो ऐसे में हम आपके लिए लेकर आएं है महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर महादेव के प्रभावशाली मंत्र।

इस बार महाशिवरात्रि 4 मार्च 2019 को पड़ रही है। सभी लोग सुबह जल्द उठकर भोले बाबा की पूजा अर्चना में जुट जाते हैं। इस दौरान भगवान शिव का रुद्राभिषेक भी किया जाता है। कोई शहद से, तो कोई पानी से ही महादेव का अभिषेक करता है। पूजा के समय भक्त भगवान शिव का ध्यान करने के साथ-साथ उनके मंत्र का भी उचारण करते हैं। भगवान शिव के कुछ मंत्र तो ऐसे होते हैं  जिनका प्रभाव बेहद शक्तिशाली होता है। उनको बोलने भर से ही आपके जीवन के हर गम मिट जाते हैं। चलिए आइए देखते है वो मंत्र।

ॐ नमः शिवाय

यह सबसे ज्यादा प्रयोग किए जाना वाला शिव मंत्र है। इस मंत्र का अर्थ है – “मैं भगवान शिव को नमन करता हूं!” भक्त अपनी आत्मा को शुद्ध करने और भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए 108 पर इस मंत्र का उपचारण करते हैं।

ॐ नमो भगवते रुद्राय

भगवान शिव के इस मंत्र का इस्तेमाल भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। भक्त भगवान शिव से मदद लेने और उनकी इच्छाओं को पूरा करने के लिए इस रुद्र मंत्र का जाप करते हैं।

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात

यह शिव मंत्र अपने आप में बेहद खास है। शिव गायत्री मंत्र भी बहुत शक्तिशाली है और मन की शांति पाने और भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए जप किया जाता है।

ओम त्र्यंबकम याजमाहे सुगंधिम पुष्ठी वर्धनम | उर्वारुकैमिवा बंधनाथ श्रीमती सुब्रमण्यम ||

इस मंत्र का उचारण भगवान शिव को प्रसन्न करने और मृत्यु और विनाश से बचने के लिए उनका आशीर्वाद लेने के लिए किया जाता है।

करारचंद्रम वैका कायाजम कर्मगम वी  श्रवणनजम वा मनामम वैद परामहम |  विहितम विहिताम वीए सर मेट मेटाट  क्षासव जे जे करुणाबधे श्री महादेव शंभो ||

भगवान शिव के इस मंत्र का इस्तेमाल भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है और सभी पापों से छुटकारा दिलाता है। भक्त अपनी आत्मा को शुद्ध करने और जीवन से हर प्रकार की परेशानी दूर करने के लिए इस मंत्र का इस्तेमाल किया जाता है।

यहां देखिए धर्म से संबंधित एक वीडियो…

 

 

दीपाक्षी शर्मा :सभी को देश और दुनिया की खबरों के साथ-साथ एंटरटेनमेंट जगत से रुबरु कराने का काम करती हूं। राजनीतिक विज्ञान का ज्ञान लेकर एमए पास किया है। मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा के बाद फिलहाल पत्रकारिता कर रही हूं।