एम्स दिल्ली (AIIMS) के पीसी ब्लॉक में एक बिल्डिंग की पहली से पांचवीं मंजिल पर भीषण आग ( Fire) लग गई थी, जिस पर फिलहाल काबू पा लिया गया है। एनडीआरएफ की 2 टीमों के 80 जवानों को राहत बचाव के काम के लिए लगाया गया था। पांचवीं मंजिल पर आग लगी थी। दरअसल एसी का कंप्रेसर फटने ही आग लगी की वजह बना, लेकिन राहत की बात ये रही की कोई भी इस हादसे में घायल नहीं हुआ है।वहीं, इस आग का असर इमरजेंसी डिपार्टमेंट पर देखने को मिला, जिसके चलते कई मरीजों को इलाज करने के दौरान परेशानी उठानी पड़ी। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) गंभीर हालत में एम्स में भर्ती हैं, लेकिन वह पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
चूंकि आग (Fire in AIIMS) लगाने की वजह से बिल्डिंग खाली कराई जा रही थी, बिहार की रहने वाली बिमला देवी (40), जिन्हें दोपहर में एम्स लाया गया था, उन्हें अस्पताल में भर्ती होने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी और बेचैनी की शिकायत थी। इस हादसे के चलते उन्हें क्या परेशानी हुई इस बात का जिक्र उनकी बेटी अर्चना कुमार सिंह ने किया। उन्होंने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन पाने के लिए मैं कुछ दिनों पहले बिहार के रक्सौल से अपनी माँ के साथ दिल्ली आई थी। शनिवार की सुबह मेरी माँ ने मुझे से बेचैनी की शिकायत की, जिसके बाद हम उन्हें यहां ले आए।
वहीं, आग लगाने के बाद जनरल वार्ड को खाली कराया गया और मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। एम्स की ओर से शिफ्ट किए गए मरीजों के लिए हेल्पलाइन नंबर 011-26593308 भी जारी किया गया है। वहीं, आपको बताते चलें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली गंभीर हालत में एम्स में भर्ती हैं। वह आग लगने वाली जगह से करीब 500 मीटर की दूरी पर दूसरे ब्लॉक में मौजूद हैं। वहीं, पिछले कुछ दिनों से वहां राष्ट्रपति, पीएम मोदी सहित कई केंद्रीय मंत्रियों का आना जाना लगा हुआ है।