देशभर में कोरोना (Coronavirus) के प्रकोप से लोग जूझ रहे है। इस संकट की घड़ी में कई जगहों पर मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है। देश के अलग-अलग कोने से शिकायतें आ रही है। किसी अस्पताल में बेड न होने की शिकायत है तो कोई जानबूझकर इलाज नहीं कर रहा है। इस सारी समस्या को देखते हुए अब केंद्र सरकार (Central government) ने ऐसे लापरवाह अस्पताल पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है। केंद्र सरकार हेल्थ स्कीम (सीजीएचएस) (Central government health scheme) के लिए चुने हुए अस्पतालों को हिदायत दी गई है। एक अधिकारी का कहना है कि सीजीएचएस योजना में वर्तमान में लगभग 36 लाख लाभार्थी और 12 लाख कार्ड धारक हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही ये बातें
1. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सीजीएचएस के लिए चयनित अस्पतालों को चेतावनी दी है कि अगर वे कोरोना मरीज या अन्य मरीजों का इलाज करने से मना करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
2. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इस मामले की समीक्षा की गई है और राज्य सरकारों द्वारा चिन्हित कोरोना अस्पतालों के साथ ही नॉन-कोविड अस्पताल को मरीजों का इलाज करने की चेतावनी दी गई है। सभी अस्पताल योजना के मानदंडों के अनुसार सीजीएचए लाभार्थियों को इलाज की सुविधा देना अनिवार्य होगा।
3. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हमने सीजीएचएस के लिए चिन्हित अस्पताल, जो कोरोना का इलाज नहीं कर रहे हैं, उन्हें सीजीएचएस के लाभार्थियों को इलाज की सुविधा देने की गाइडलाइन जारी की है। कोई भी अस्पताल मरीज को मना नहीं कर और तय मानदंडों के अनुसार ही फीस भी लेना होगा।
4 .स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अगर कोई भी अस्पताल सीजीएचए लाभार्थियों का इलाज करने से मना करता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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