आसाराम बापू का बेटा नारायण साईं रेप केस में दोषी करार, 30 अप्रैल को होगा सजा का ऐलान

रेप के दोषी कथावाचक आसाराम बापू के बेटे नारायण साईं को भी शुक्रवार को सूरत की स्थानीय अदालत ने दो सगी बहनों से रेप का दोषी करार दिया है। 30 अप्रैल को उसकी सजा का ऐलान होगा।

नारायण साईं को दुष्कर्म मामले में दोषी करार दिया गया है। (फोटो- ट्विटर)

कथावाचक आसाराम बापू राजस्थान की जोधपुर जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है। आसाराम रेप का दोषी पाया गया था। इस मामले में उसके बेटे नारायण साईं पर भी रेप के आरोप लगे थे। शुक्रवार को गुजरात के सूरत की एक स्थानीय अदालत ने उसे भी बलात्कार का दोषी ठहराया है। कोर्ट ने नारायण साईं पर लगे आरोपों को सही पाते हुए उसे दोषी ठहराया। नारायण साईं की सजा का ऐलान 30 अप्रैल को होगा।

नारायण साईं के वकील कल्पेश देसाई ने अपने मुवक्किल को दोषी करार दिए जाने के बाद कहा, ‘इस मामले में 35 लोगों के खिलाफ दो चार्जशीट फाइल की गई थीं। दूसरे पक्ष की ओर से 53 गवाहों व अन्य सबूतों को अदालत में पेश किया गया। बचाव पक्ष ने भी इस मामले में 14 गवाहों को अदालत में पेश किया था। सजा के ऐलान के बाद आगे की रणनीति और सभी विकल्पों पर विचार करेंगे।’

बताते चलें कि 40 वर्षीय नारायण साईं को दिसंबर 2013 में हरियाणा के कुरुक्षेत्र स्थित पीपली इलाके से गिरफ्तार किया गया था। नारायण और उसके पिता आसाराम बापू के खिलाफ सूरत की रहने वालीं दो सगी बहनों से रेप के आरोप में केस दर्ज किया गया था। इसी मामले में अक्टूबर 2013 को आसाराम को गिरफ्तार कर लिया गया था। तब से स्वयंभू बाबा जेल में बंद है।

नारायण साईं और आसाराम बापू पर आरोप लगाते हुए बड़ी बहन ने पुलिस को बताया था कि वह 1997 से 2006 तक आसाराम के अहमदाबाद स्थित आश्रम में रही थी। इस दौरान उसके साथ आसाराम ने कई बार रेप किया था। उसे मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकियां दी जाती थीं। वहीं छोटी बहन का आरोप था कि वह साल 2002 से 2005 तक आसाराम के सूरत स्थित आश्रम में रही थी। इस दौरान नारायण साईं ने उसके साथ कई बार रेप किया था। इस मामले में नारायण साईं के चार खास लोगों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।

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राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।