‘एक्टर ऑफ द ईयर’ बने नवाजुद्दीन सिद्दीकी, इस प्रोग्राम में मिला ये खास अवार्ड

लोगों के दिलों पर राज करने वाले नवाजुद्दीन सिद्दीकी को इस साल एक्टर ऑफ द ईयर के अवार्ड से नवाजा गया है।

GQ मेन ऑफ द ईयर अवार्ड 2018 का मुंबई में आयोजन किया गया। इस मौके पर बॉलीवुड के कई बड़ी हस्तियों ने अपने जलवे बिखेरे। इस मौके पर सितारों को कई कैटगिरी में अवार्ड से नवाजा गया। इसमें एक्टर ऑफ द ईयर 2018 का अवार्ड नवाजुद्दीन सिद्दीकी को मिला।

अपनी दमदार एक्टिंग से लोगों के दिलों पर राज करने वाले नवाजुद्दीन सिद्दीकी को इस साल एक्टर ऑफ द ईयर के अवार्ड से नवाजा गया है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब नवाजुद्दीन सिद्दीकी को ये अवार्ड मिला। इससे पहले 2012 में नवाजुद्दीन को एक्टर ऑफ द ईयर अवार्ड से नवाजा जा चुका है।

इसके साथ ही दीपिका पादुकोण को क्रिएटिव पर्सनालिटी अवार्ड मिला। सैफ अली खान को जीक्यू स्टाइल लीजेंड अवार्ड हिस्से में आया। तो वुमेन ऑफ द ईयर का अवार्ड राधिका आप्टे को मिला। वहीं डायरेक्टर ऑफ द ईयर का अवार्ड राजकुमार हिरानी ले गए। इसके साथ ही एक्टर विक्की कौशल को आउटस्टैडिंग अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया।

फिल्मों के बाद वेब सीरीज सेक्रेड गेम्स में गणेश गायतोंडे के किरदार में नवाजुद्दीन ने धुआंधार अभिनय से पूरी दुनिया का दिल जीत लिया। इस सीरीज में उन्होंने अपना किरदार ऐसे निभाया कि दर्शकों के जुबां पर उनके डायलॉग रट गए।

अवार्ड लेते हुए  नवाजुद्दीन सिद्दीकी

सेक्रेड गेम्स के कुल 8 एपिसोड को लोगों ने खूब पसंद किया। इस सीरीज ने एंटरटेनमेंट दुनिया के साथ राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी थी। अपनी रिलीज से 5 दिन बाद ही ये सीरिज लगातार विवादों में घिरी रही।

अपने ट्विटर पर नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने शेयर किया पोस्ट…

वहीं नवाजुद्दीन सिद्दीकी के हाल ही में रिलीज हुई फिल्म मंटो में उनकी एक्टिंग को लोगों ने खूब सराहा है। हालांकि फिल्म ने बड़े पर्दे पर ताबड़तोड़ कमाई नहीं की। फिल्म मंटो एक बायोपिक है जिसमें मंटो की असली कहानी को दिखाया गया है, लेकिन फिल्म में मंटो के बचपन और उनके करियर के शुरूआती दिनों और उनके परिवार को नहीं दिखाया गया है। फिल्म देखने के बाद भी आपको मंटो की लाइफ के बारे में सबकुछ पता नहीं चलता।

सोशल मीडिया में शेयर किया हुआ वीडियो…

फिल्म में मंटो को एक लेखक की भूमिका में दिखाया गया है। जो मुंबई में फिल्मों से जुड़ा हुआ है| वो एक खुद्दार लेखक हैं जो अपने लिखे हुए पर अड़ा हुआ था। मंटो, हिमांशु रॉय के बॉम्बे टॉकीज में काम करते थे| मुंबई में रहते हुए कृश्नचंदर, अशोक कुमार, जद्दनबाई, नौशाद, इस्मत आदि महान लेखकों के साथ उनका होता था लेकिन इन्ही में से एक एक्टर श्याम उनके सबसे खास दोस्त है। मंटो के किरदार को नवाज ने बड़ी बखूबी से पर्दे पर उतारा है।

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।