Nirbhaya Rape Case: 7 साल, 3 महीने और 3 दिन बाद देश की बेटी को न्याय मिल गया। निर्भया के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल के फांसी घर में शुक्रवार सुबह ठीक 5.30 बजे फांसी दी गई। इन चारों को दोषियों विनय, अक्षय, मुकेश और पवन गुप्ता को एक साथ फांसी के फंदे पर लटकाया गया। इसके बाद अब इन चारों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं इन दोषियों के परिवार वालों ने शवों पर कोई दावा नहीं किया है।
मीडिया द्वारा मिल रही जानकारी के मुताबिक़ तिहाड़ प्रशासन ने चारों दोषियों के परिवारवालों से उनके शव लेने के लिए कहा है। अभी तक चारों दोषियों के परिवारवालों की ओर से कोई दावा नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि अब चारों के शवों का अंतिम संस्कार तिहाड़ प्रशासन ही जेल में करा सकता है। जिस जेल नंबर तीन में चारों को फांसी दी गई है, वहीं चारों का अंतिम संस्कार किये जाने की खबर सामने आ रही है।
निर्भया गैंगरेप केस: 7 साल 3 महीने बाद मिला देश की बेटी को न्याय, दोषियों को एक साथ दी गई फांसी
साल 2012 में देश की राजधानी दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप कांड (Nirbhaya Rape Case)में आज करीब सवा सात साल के बाद इंसाफ हुआ है। इस घटना ने देश को हिलाकर रख दिया था। इसके बाद देश की बेटी को न्याय दिलाने के लिए पूरे देश में आवाज उठी और तब तक शांत नहीं हुई जब तक इंसाफ नहीं मिल गया। दोषियों को फांसी मिलने के बाद निर्भया की माँ ने भी राहत सांस ली। निर्भया की माँ ने इंसाफ के लिए जमकर संघर्ष किया और तब शांत नहीं बैठी जब तक न्याय नहीं मिला।
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