Nirbhaya Convicts Hanging: आखिरकार निर्भया (Nirbhaya) के दोषी को उनकी किये की सजा मिल गई है। चारों दोषियों को विनय (Vinay), अक्षय (Akshay), मुकेश (Mukesh) और पवन गुप्ता (Pawan Gupta) को सुबह 5.30 बजे फांसी पर लटका दिया और उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। निर्भया की मां आशा देवी (Asha Devi) ने कहा कि सात साल बाद मेरी बेटी को न्याय मिला है। चारों दोषियों की दिल्ली की तिहार जेल में फांसी पर लटका दिया है।
आशा देवी (Asha Devi) ने एक रिपोर्टर से बातचीत करते हुए कहा- ‘हमारी बेटी को इन्साफ दिलाने के लिए हम लड़ते रहे। यह दौर काफी दर्दनाक था लेकिन आखिकार हमें और हमारी बेटी को इन्साफ मिल गया।’ उन्होंने आगे कहा- ‘जब उन लोगों को फांसी पर लटकाया गया तब सबसे पहले मैंने अपनी बेटी के फोटो को गले से लगाया।’
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Delhi: Asha Devi, mother of 2012 Delhi gang-rape victim show victory sign after Supreme Court's dismissal of death row convict Pawan Gupta's plea seeking stay on execution. pic.twitter.com/FPDy0hgisv
— ANI (@ANI) March 19, 2020
बता दें, अक्षय ठाकुर 31, पवन गुप्ता 25, विनय शर्मा 26 और मुकेश सिंह 32 को तिहार जेल में फांसी पर लटकाने से पहले कुछ देर के लिए आइसोलेशन के लिए भेजा गया था। आशा देवी ने कहा, ‘मैं सरकार और न्यायाधीश वर्ग शुक्रियादा करना चाहती हूं। कोर्ट ने जिस तरह सारे पेटिशन को रद्द किया, जिसके वजह से 2012 में देश में शर्म महसूस करना पड़ा था।
निर्भया के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल के फांसी घर में शुक्रवार सुबह ठीक 5.30 बजे फांसी दी गई। इन चारों को दोषियों विनय, अक्षय, मुकेश और पवन गुप्ता को एक साथ फांसी के फंदे पर लटकाया गया। इसके बाद अब इन चारों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जाएगा।
बता दें, चरों दोषी ने कल रात कुछ भी खाया-पिया नहीं था, वह पूरी रात सोये भी नहीं थे। पूरी रात जेल को बंद कर दिया गया था। दोषियों को सुबह 3.30 बजे जेल की कोठरी से बाहर लाया गया और सुबह ठीक 5.30 बजे फांसी दी गई। इसके बाद अब इन चारों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जाएगा।
आगे आशा देवी (Asha Devi) ने कहा, ‘अभी मेरीबेटी की आत्मा को शांति मिलेगी।’