ओम बिड़ला होंगे लोकसभा के नए स्पीकर, इन वजहों से बने मोदी-शाह की पसंद, विपक्ष भी नहीं कर पाया विरोध

भारतीय जनता पार्टी के सांसद ओम बिरला एनडीए की ओर से लोकसभा स्पीकर पद के लिए नामित किए गए हैं। ओम बिरला ने लोकसभा चुनाव 2019 में राजस्थान की कोटा-बूंदी संसदीय सीट से जीत दर्ज की थी। यहां जानिए नेता का पूरा प्रोफाइल।

भाजपा सांसद ओम बिरला को लोकसभा स्पीकर के लिए नॉमिनेट किया गया। (फोटोः ट्विटर)

भारतीय जनता पार्टी के सांसद ओम बिड़ला एनडीए की ओर से लोकसभा स्पीकर (Om Birla Loksabha Speaker) पद के लिए नामित किए गए हैं। ओम बिरला ने लोकसभा चुनाव 2019 में राजस्थान की कोटा-बूंदी संसदीय सीट से जीत दर्ज की थी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने उनके नाम पर मोहर लगाई है। संसद में एनडीए की मैजरिटी होने की वजह से वह आसानी से लोकसभा स्पीकर बन जाएंगे। एनडीए में शामिल 10 बड़ी पार्टियों ने उनका समर्थन भी किया है।

हालांकि, भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर ओम बिड़ला ने कहा कि इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मुझे कोई जानकारी नहीं मिली है। मैं कार्यकारी अध्यक्ष से एक कार्यकर्ता के तौर पर मिलने आया था।’ हालांकि उनकी अमिता बिरला ने कहा कि उनके परिवार के लिए ये खुशी का पल है। इस बीच ओम बिड़ला का लोकसभा का स्पीकर बनना तय माना जा रहा है। इसलिए हम आपको बता रहे हैं ओम बिड़ला के बारे में, महज दो बार लोकसभा चुनाव जीतने वाले और कभी भी चर्चा में रहने वाले नेता को आखिर क्यों इतना बड़ा पद दिया जा रहा है।

यहां जानिए ओम बिरला का पूरा प्रोफाइल-

आपको बता दें कि ओम बिड़ला ने लोकसभा चुनाव 2014 (Lok Sabha Election) में पहली बार भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी। लोकसभा चुनाव से पहले कोटा साउथ से तीन बार विधायक रह चुके हैं। वह वैश्य समाज से ताल्लुक रखते हैं। वह राजस्थान सरकार में संसदीय सचिव रह चुके हैं। पहली बार लोकसभा चुनाव जीतने के बाद वह कई संसदीय समितियों के सदस्य रहे हैं।

6 साल तक रहे युवा मोर्चा के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष

इसके अलावा वह 4 बार भारतीय जनता युवा मोर्चा (Bhartiya Janata Yuva Morcha) के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं और लगातार 6 साल तक युवा मोर्चा के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष पद पर रह काम किया। इतना ही नहीं उन्होंने कई सामाजिक और शैक्षणिक कल्याण के लिए अपनी संसदीय सीट और क्षेत्र में महत्वपूर्ण काम किए। वे राष्ट्रीय सहकारिता उपभोक्ता संघ लिमिटेड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके हैं।

किसानों और पर्यावरण के लिए चलाया अभियान

ओम बिड़ला के पास अच्छी मैनेजमेंट स्किल है। उन्होंने राजनीति के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्रों में भी सक्रिय रूप से काम किया है। साल 2015 में उन्होंने ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों की बर्बादी से पीड़ित किसानों के लिए एक मुट्ठी अन्न राहत अभियान था। इस दौरान उन्होंने लोगों के घरों पर जाकर अन्न इकट्ठा किया। कोटा को ग्रीन शहर बनाने के लिए उन्होंने ग्रीन कोटा अभियान चलाया।

कोटा में हुआ जन्म

ओम बिड़ला का जन्म 4 दिसंबर 1962 में राजस्थान के कोटा जिले में हुआ। उनके पिता का नाम श्रीकृष्ण बिड़ला और उनकी माता का नाम शकुंतला देवी है। उनकी शादी 1 मार्च 1991 को डॉ. अमिता बिड़ला से हुई। उनकी दो बेटियां हैं, जिनका नाम आकांक्षा बिड़ला और अंजली बिड़ला है।

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रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।