लोकसभा चुनाव परिणाम आने से पहले ही योगी ने दिखाए तेवर, ओमप्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से किया बर्खास्त

अपनी ही सरकार के खिलाफ लगातार बोलने वाले कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha) के समय में अपनी जुबान पर बिल्कुल भी कंट्रोल नहीं रखा, जिसकी वजह से उन्हें बर्खास्त कर दिया।

ओमप्रकाश राजभर हुए यूपी सरकार से बर्खास्त

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के राज्यपाल राम नाईक (Ram Naik) ने कैबनेट मंत्री ओमप्राकश राजभर (Om Prakash Rajbhar) का इस्तीफा मंजूर कर उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया है। दरअसल लगातार भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party)  की केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ उल्टी सीधी बाते कहने वाले कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के समय में अपनी जुबान पर बिल्कुल भी कंट्रोल नहीं रखा, जिसकी वजह से उन्हें ये दिन देखना पड़ा।

यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने ये फैसला लेते हुए योगी आदित्यनाथ मंत्रिमण्डल के सदस्य तथा मंत्री पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकलांग जन विकास, ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ ये कदम उठाया है। सीएम के प्रस्ताव पर राज्यपाल राम नाईक ने इस ओम प्रकाश राज्यभर को उनके मंत्री पद से बर्खास्त करने के अपना अनुमोदन प्रदान किया है। इतना ही नहीं राजभर की पार्टी के उन सभी मंत्री को पदों से बर्खास्त कर दिया गया है, जिन्हें मंत्री पद का दर्जा दिया गया था।

ऐसी कहा जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ द्वारा राज्यपाल से ओमप्रकाश राजभर को बर्खास्त करने की सिफारिश आज ही के दिन की गई थी। राजभर से खुद को अलग करने का मन योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पूरी तरह से बना लिया था। आपको बताते चलें कि लोकसभा चुनाव के दौरान ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए कई बार हमला बोला।

वहीं, ये भी खबर सामने आई है कि ओमप्रकाश राजभर ने इस बात का दावा किया है कि उन्होंने और उनके दो सहयोगियों ने पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में अब उनका बीजेपी से कोई रिश्ता नहीं था। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहीं ना कहीं कहा कि इस्तीफा स्वीकार करने का काम बीजेपी सरकार के हाथों में है।

दीपाक्षी शर्मा :सभी को देश और दुनिया की खबरों के साथ-साथ एंटरटेनमेंट जगत से रुबरु कराने का काम करती हूं। राजनीतिक विज्ञान का ज्ञान लेकर एमए पास किया है। मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा के बाद फिलहाल पत्रकारिता कर रही हूं।