किसी ने खूब कहा था की इश्क में हिसाब नहीं होता क्योंकि मोहब्बत तो बेहिसाब होती है, और अपनी इसी बेहिसाब मोहब्बत के चलते शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल के लिए ताजमहल (Taj Mahal) बनाया था। जी हां, दुनिया के आठ अजूबों का नाम सुनते ही सबके जहन में भारतीय सौंदर्य का प्रतीक ताजमहल (Taj Mahal) का नाम सबसे ऊपर आता है। इसे मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया था और इसी कारण इसे आज पूरी दुनिया में प्यार की अद्भुत मिसाल के तौर पर देखा जाता है।
खूबसूरती और प्रेम की मिसाल देने वाली इस इमारत को देखने के लिए न जाने एक दिन में कितने सैलानी आते हैं। जिसके लिए इसके दर्शकों को अच्छी-खासी कीमत भी देने होती है। लेकिन कभी अपने सोचा है की प्यार की इस अद्भुत इमारत का दीदार करने के लिए आपको अपनी जेब से एक रुपया खर्च न करना पड़े। जी हां चौंकिए मत! जल्द ही ऐसा होने जा रहा है। दरअसल 12 अगस्त को ईद-उल-जुहा के चलते ताजमहल में नमाज के लिए फ्री में एंट्री मिलेगी। हालांकि यह एंट्री सिर्फ 3 घंटे के लिए ही होगी। लेकिन सबसे खास बात ये है कि इस सुविधा का लाभ न सिर्फ नमाजी बल्कि देश-विदेश से घूमने आये पर्यटक भी उठा सकेंगे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग अधिकारी बसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया की यह अवधि सुबह सात से दस बजे तक रहेगी और इस दौरान सैलानी भी मुफ्त में ताज का दीदार कर सकेंगे। आगे उन्होंने कहा की सुबह सात से दस बजे तक ताजमहल की पूर्वी एवं पश्चिमी गेट की खिड़कियां इस दौरान बंद रहेंगी।
अपनी बात को जारी रखते हुए एएसआई पुरातत्व अधिकारी बसंत कुमार स्वर्णकार ने कहा कि, अनिवार्य सुरक्षा जांच के बिना मुफ्त में एंट्री नहीं दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि आगंतुकों (आने वाले लोग) को ताजमहल के अंदर पॉलीथिन-बैग, बाहरी वस्तुएं, माचिस-लाइटर और खाने की सामग्री ले जाने की अनुमति नहीं है।
आपको बता देंभारतीय दर्शकों के लिए ताजमहल को देखने के लिए 50 रुपए खर्च करने पड़ते हैं। जबकि सार्क (SAARC) और बिम्सटेक (BIMSTEC) देशों को 540 रुपए देने होते है। वहीं इनके अलावा बाकि विदेशी सैलानियों को प्रति व्यक्ति 1100 रुपए देने होते हैं।
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