पी चिदंबरम की गिरफ्तारी के पीछे है इस महिला का हाथ, जानिए मर्डर से मनी लॉन्ड्रिंग तक पूरी दास्तान

एक वक्त देश के सबसे ताकतवर नेता रहे पी चिदंबरम आज सीबीआई की गिरफ्त में हैं. मनमोहन सिंह की सरकार में वह वित्त और गृह मंत्री रह चुके हैं. क्या आपको पता है कि चिदंबरम की गिरफ्तारी के पीछे असली मामला क्या है? किस महिला का हाथ है?

शीना बोरा, चिदंबरम और इंद्राणी मुखर्जी (क्रिएटिव- रमेश)

सच कहा गया है कि इंसान नहीं समय बलवान होता है. जी हां, इनदिनों सियासी गलियारे में जो कुछ चल रहा है, उसे देखकर तो ऐसा ही कहा जा सकता है. एक वक्त था, जब वर्तमान गृहमंत्री अमित शाह को पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) के रहते गिरफ्तार किया गया था; और आज शाह के रहते चिदंबरम को. समय बदला, सियासत बदली. वो हुआ जिसकी कल्पना किसी को नहीं थी. लेकिन क्या आपको पता है कि चिदंबरम की गिरफ्तारी के पीछे असली मामला क्या है? वो महिला कौन है, जिसके एक बयान के बाद चिदंबरम पर कानूनी शिकंजा कसता चला गया? आइए हम आपको विस्तार से बताते हैं.

बात आज से चार साल पहले की है. मुंबई में हुए एक मर्डर ने पूरे देश को झकझोर दिया था. यह मर्डर किसी आम इंसान का नहीं, बल्कि एक हाईप्रोफाइल लड़की का था, जिसकी मां कोई और नहीं बल्कि आईएनएक्स मीडिया (INX Media) की सीईओ इंद्राणी मुखर्जी और कथित पिता पीटर मुखर्जी था. इंद्राणी मुखर्जी पर अपनी ही बेटी शीना बोरा की हत्या का आरोप लगा था. मुंबई पुलिस ने जांच के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया. कुछ दिन बाद पीटर मुखर्जी भी गिरफ्तार हुए. पहले लगा कि मामला आपसी रिश्तों के बीच का है, लेकिन बाद में खुलासा हुआ कि इसके पीछे पैसा है. पुलिस की जांच मर्डर के साथ फाइनेंसियल एंगल पर भी टिक गई.

इस मामले की जटिलता और व्यापकता को देखते हुए बाद में ईडी और सीबीआई भी इसमें शामिल हो गईं. इनकी जांच के दौरान पता चला कि इस केस के तार बहुत दूर-दूर तक जुड़े हुए हैं. इसी बीच सीबीआई कोर्ट में इंद्राणी मुखर्जी ने एक ऐसा बयान दिया, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. इंद्राणी मुखर्जी के बयान के बाद इस मामले से पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम का नाम भी जुड़ गया. लंबी जांच के बाद इन दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. इसके बाद कोर्ट केस चलता रहा. पी चिदंबरम और कार्ति चिदंबरम को कोर्ट से कई बार इस मामले में जमानत भी मिली, लेकिन आखिरकार बुधवार की रात इस कहानी में एक नया मोड़ आ गया.

सीबीआई कोर्ट में इंद्राणी मुखर्जी ने अपने बयान में कहा था कि एफआईपीबी मंजूरी में हुए उल्लंघन को कथित तौर पर रफा-दफा करने के लिए 10 लाख डॉलर की कार्ति की मांग को उन्होंने मान लिया था. इसके बाद इंद्राणी सीबीआई मामले में इकबालिया गवाह बन गई थी. पीटर मुखर्जी और इंद्राणी का नाम INX मीडिया द्वारा प्राप्त धन के लिए 2007 में एफआईपीबी की अवैध तरीके से मंजूरी हासिल करने से संबंधित मामले में सामने आया था. हालांकि, इंद्राणी मुखर्जी के बयान को पी चिदंबरम और कार्ति चिदंबरम लगातार झूठा बताते रहे हैं, लेकिन मौजूदा सबूतों के आधार पर सीबीआई ने पी चिदंबरम को गिरफ्तार कर लिया है.

शीना मर्डर मिस्ट्री: दौलत, शोहरत, बेवफाई की दास्तान

शीना मर्डर केस. इस कहानी में ड्रामा है, रोमांस है, ऐक्शन है, सस्पेंस है, थ्रिलर है और ट्रैजिडी भी. इस हाईप्रोफाइल केस में वो सब कुछ है, जिसकी बॉलीवुड के उन फिल्मकारों को तलाश होती है, जो थ्रिलर, सस्पेंस और मर्डर मिस्ट्री पर फिल्में बनाने का शौक रखते हैं. दौलत, शोहरत और बेवफाई की इस कहानी का खुलासा तो वैसे साल 2015 में हुआ, लेकिन ये आज भी सुर्खियों में बना हुआ है. सीबीआई की जांच और कोर्ट में हुए ट्रायल के दौरान कई अहम बातें सामने आईं. इसी दौरान ये पता था कि पीटर-इंद्राणी मुखर्जी की कंपनी से चिदंबरम और उनके बेटे का भी संबंध है.

गुमनाम फोन ने खोली इतनी बड़ी मिस्ट्री की पोल

साल 2015 के जून महीने में मुंबई के पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया को एक गुमनाम फोन पर तीन साल पहले हुई शीना के क़त्ल की जानकारी मिली थी. ये कत्ल मीडिया की दुनिया के बड़े नाम पीटर मुखर्जी की बीवी इंद्राणी मुखर्जी द्वारा किए जाने का दावा किया गया. जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने कुछ साल पहले तक इंद्राणी के ड्राइवर रहे श्यामवर राय को गिरफ्तार कर लिया. ये गिरफ्तारी आर्म्स एक्ट के तहत दिखाई गई. पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तो श्यामवर राय ने 24 अप्रैल 2012 की सारी कहानी उगल दी.

मर्डर से मनी लांड्रिंग तक ऐसे पहुंचा पूरा मामला

श्यामवर राय ने बताया कि इंद्राणी ने फोन करके शीना को नेशनल कालेज, मुंबई बुलाया. इंद्राणी के साथ उसका पूर्व पति संजीव खन्ना भी था. उसने शीना को जबरन कार में बैठाया और बेहोशी की दवा पिला दी. इसके बाद चलती कार में अपनी बेटी का गला घोंट दिया. कत्ल के बाद इंद्राणी, संजीव और श्यामवर ने शीना की लाश को रायगढ़ के जंगल में ठिकाने लगा आए. इसके बाद 25 अगस्त, 2015 को इंद्राणी मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया. फिर संजीव खन्ना और उसके बाद पीटर मुखर्जी को भी गिरफ्तार किया गया. इसके बाद कई नाटकीय घटनाक्रम के बाद ये मामला चिदंबरम तक पहुंच गया.

जानिए कौन हैं पीटर और इंद्राणी मुखर्जी

पीटर मुखर्जी भारतीय टीवी इंड्रस्टी का जाना-पहचाना नाम हैं. पीटर स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ है. उन्होंने 2002 में इंद्राणी से शादी की थी. पीटर की यह दूसरी शादी थी. पीटर INX मीडिया के चेयरमैन भी रहे हैं. इंद्राणी मुखर्जी INX मीडिया की CEO रही हैं. इंद्राणी ने पीटर मुखर्जी से दूसरी शादी की थी. इंद्राणी ने न्यूज चैनल समेत कई चैनल भी लांच किए. 2009 में इंद्राणी और पीटर ने एक साथ INX मीडिया को अलविदा कह दिया था. इंद्राणी ने पीटर से पहले भी दो शादी की थी. इंद्राणी ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि शीना बोरा उनकी बहन नहीं बल्कि बेटी थी.

पत्नी के खुलासे से हैरान रह गए थे पीटर

इंद्राणी के नए खुलासे के बाद उसके पति पीटर मुखर्जी हैरान रह गए थे. दरअसल, इंद्राणी शीना को अपनी बहन बताया करती थी. पीटर ने बताया था कि उनको अभी तक नहीं पता था कि शीना उनकी पत्नी की बेटी है. वह कभी उसके माता-पिता से मिले भी नहीं हैं. पीटर को ये भी नहीं पता था कि इंद्राणी ने उनसे पहले कितनी शादी की थी. उनके सामने इंद्राणी की पिछली जिंदगी का पूरा हिस्सा गायब था. यह केस आज भी चल रहा है. हत्या किसने की ये बात साबित हो गई है, लेकिन किस वजह से हुई है, ये बात आज भी सीबीआई साबित करने में लगी हुई है.

मुकेश कुमार गजेंद्र :प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का समान अनुभव। सियासत, सिनेमा और समाज के बीच कुछ नया गुनने, बुनने और गढ़ने की कोशिश जारी। फिलहाल हिन्दी रश डॉट कॉम में बतौर संपादक कार्यरत।