विख्यात क्लासिकल गायक पंडित जसराज अगले साल जनवरी में 90साल के हो जाएंगे। उन्होंने अपनी गायकी से दुनिया को अपना दीवाना हुआ है। अब उनका ब्रह्मांड में भी नाम होने जा रहा है। दरअसल, इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन यानी आईएयू (International Astronomical Union) ने मंगल और बृहस्पति के बीच स्थित एक छोटे से ग्रह को पंडित जसराज नाम दिया है। पंडित जसराज के नाम पर पहले से ही एक नक्षत्र और चंद्रमा का एक नाम है।
यह तीसरी बार है कि पंडित जसराज (Pandit Jasraj) का नाम ब्रह्मांड की ग्रह पर रखा गया है। इस तरह का सम्मान पाने वाले वह पहले भारतीय हैं। नासा की जेट प्रोपुल्सन लैबोरेटरी (जेपीएल) ने 23 सितंबर को इसकी घोषणा की थी। नासा ने कहा, ‘संगीत मार्तण्ड पंडित जसराज भारतीय शास्त्रीय गायन के पुरोधा है। उनकी मधुर आवाज एक उल्लेखनीय साढ़े चार सप्तक पकड़ती है।’ यह छोटा ग्रह (माइनर प्लैनेट) 2006 वीपी 32 (नंबर-300128) है, इसकी खोज 11 नवंबर 2006 को हुई थी।
पंडित जसराज ने ऐसे जताई खुशी
पंडित जसराज ने यह सम्मान मिलने के बाद कहा कि जब उन्हें इस सम्मान के बारे में पता चला, तो वह अपनी फीलिंग्स भी जाहिर नहीं कर पा रहे थे। ईश्वर को संगीत से प्यार है और इसलिए उन पर भगवान की आर्शिवाद बना हुआ है। वह अब अंतरिक्ष थीम पर आधारित म्यूजिक कंपोज करेंगे। पंडित जसराज की बेटी दुर्गा जसराज ने इस सम्मान की जानकारी दी।
जन्मतिथि के आधार पर ग्रह को दिया ये नंबर
पंडित जसराज से पहले यह सम्मान महान संगीतकार मोजार्ट, बीथोवन और टेनर लूसियानो पावरोत्ति को मिल चुका है। पंडित जसराज की जन्मतिथि 28 जनवरी 1930 पर इस माइनर प्लैनेट का नंबर 300128, उलटे क्रम में रखा गया है। पंडित जसराज को पद्म विभूषण (Padam Vibhushan Award) से सम्मानित किया जा चुका है।
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