PM Narendra Modi Coronavirus Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने गुरूवार शाम 8 बजे देश की जनता को संबोधित किया। इस सम्बोधन में पीएम मोदी ने जनता से कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता की बात कही। इसी के साथ ही पीएम मोदी ने जनता से कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव को बताया। पीएम मोदी ने सपने सम्बोधन में बताया कि कोरोना वायरस ने मानव जाति के लिए संकट पैदा कर दिया है।
पीएम मोदी (pm modi speech on coronavirus) ने अपने संबोधन में कहा कि जब प्रथम विश्व युद्ध हुआ और दूसरा विश्व युद्ध हुआ तब भी इतने देश प्रभावित नहीं हुए थे लेकिन कोरोना वायरस के चलते पूरी दुनिया में लोग प्रभावित हुए हैं। मोदी ने कहा कि हम स्वस्थ तो जगत स्वस्थ। ऐसा लगता है कि हम निश्चिंत हो गए हैं, लेकिन ऐसा सही नहीं है।
PM Narendra Modi: Postpone elective surgeries by a month, avoid routine check-ups to ease pressure on health services pic.twitter.com/f4G0vq356b
— ANI (@ANI) March 19, 2020
उन्होंने कहा कि भारत के 130 करोड़ों लोगों ने कोरोना वायरस का डटकर सामना किया है। लेकिन बीते कुछ दिनों से ऐसा लग रहा है कि जैसा कि हम बचे हुए हैं, ऐसा लगता है कि हम निश्चिंत हो गए हैं, लेकिन ऐसा सही नहीं है। लोगों को अभी भी जागरूक और सचेत रहने की जरुरत है। पीएम ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर बेफिक्र हो जाना सही नहीं है।
अपने संबोधन के दौरान पीएम ने कहा कि उन्होंने जब भी देश की जनता से जो कुछ भी मांगा है लोगों ने उन्हें कभी निराश नहीं किया। इस बार मैं कुछ मांगने आया हूँ। पीएम ने अपनी मांग बताते हुए कहा कि मुझे आपका कुछ सप्ताह चाहिए, कुछ समय चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी तक कोराना वायरस का कोई इलाज नहीं मिल पाया है, न ही इसका वैक्सीन बन पाया है। यह सबसे बड़ी चिंता की बात है।
पीएम ने कहा कि आज जब बड़े-बड़े और विकसित देशों में हम कोरोना महामारी का व्यापक प्रभाव देख रहे हैं तो अपने देश पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, ये मानना बिलकुल गलत है। इसलिए इस वैश्विक महामारी का मुकाबला करने के दो मुख्य बातों की जरुरत है। पहला-संकल्प और दूसरा-संयम। आज 130 करोड़ देशवासियों को अपना संकल्प और दृढ़ करना होगा कि हम इस वैश्विक महामारी कोरोना को रोकने के लिए एक नागरिक के नाते, अपने कर्तव्य का पालन करेंगे। केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के दिशा निर्देशों का कठोरता से पालन करेंगे।