हरियाणवीं छोरी सपना चौधरी (Sapna Choudhary) अब नेतागीरी करेंगी। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने दिल्ली के जवाहर लाल स्टेडियम में सपना को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल कराया। बेहद गरीब परिवार में जन्मीं सपना का रागिनी गाने से लेकर स्टेज पर डांस करने और बॉलीवुड के गलियारे से होते हुए अब राजनीति करने का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं रहा है।
सपना चौधरी के पिता एक निजी कंपनी में काम करते थे। सपना काफी छोटी थीं, जब उनके पिता का निधन हो गया था। सपना ने परिवार के भरण-पोषण के लिए ऑर्केस्ट्रा से अपने करियर की शुरूआत की थी। रागिनी गाने के बाद स्टेज पर डांस करना उनको भा गया और देखते ही देखते सपना पूरे हरियाणा में पहचानीं जाने लगीं। अलग-अलग जिलों से सपना को स्टेज शो के लिए ऑफर मिलने लगे।
साल 2016 में एक कार्यक्रम की वजह से सपना चौधरी के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था। दरअसल गुड़गांव के चक्करपुर में उनका एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। यहां सपना ने ‘बिगड़ग्या’ रागिनी गाई थी। सपना पर आरोप लगा कि उन्होंने इस रागिनी के जरिए दलितों के खिलाफ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया था। बहुजन आजाद मोर्चा ने सपना के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
दलित समाज की शिकायत पर गुड़गांव में सपना चौधरी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। सोशल मीडिया पर सपना के चरित्र को लेकर अपमानजनक कमेंट किए जा रहे थे। इससे आहत होकर सपना ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की, हालांकि वक्त रहते इस बात का पता चल गया और उन्हें बचा लिया गया। फिलहाल सपना इन सबसे उबरकर आज हरियाणा ही नहीं बल्कि देश का जाना-माना नाम बन चुकी हैं।
सपना चौधरी को एक लड़के ने दिया डांस का चैलेंज
कांग्रेस में शामिल होने से सपना चौधरी ने किया इंकार, देखिए वीडियो…