Sawan 2019: इस दिन से शुरू हो रहा है सावन का महीना, जानिए भगवान शिव की पूजा करने की विधि और सही समय

सावन का महीना शुरू होने में मात्र कुछ ही दिन रह गए हैं। 17 जुलाई से सावन (Sawan 2019) शुरू हो जाएंगे। भगवान शिव के भक्त अपनी-अपनी कांवड़ लेकर बाबा की नगरी पहुंचेंगे। सावन के पवित्र महीने में भगवान शिव की पूजा-आराधना पूरे विधि के साथ की जाती है।

भगवान शिव। (फोटोः ट्विटर)

सावन का महीना शुरू होने में मात्र कुछ ही दिन रह गए हैं। 17 जुलाई से सावन (Sawan 2019) शुरू हो जाएंगे। भगवान शिव के भक्त अपनी-अपनी कांवड़ लेकर बाबा की नगरी पहुंचेंगे। सावन के पवित्र महीने में भगवान शिव की पूजा-आराधना पूरे विधि के साथ की जाती है। सावन का महीना 17 जुलाई से शुरू होगा और 15 अगस्त सावन के महीने का आखिरी दिन होगा।

सावन का पवित्र महीना शुरू होते के साथ ही कांवड़-यात्रा (Kanwar Yatra) शुरू हो जाती है। सावन का महीना शुरू होने से पहले शिवभक्त अपनी-अपनी कांवड़ों को सजाना शुरू कर देते हैं। महीना शुरू होते के साथ ही अपनी कांवड़ लेकर भगवान शिव की नगरी निकल जाते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के लोग कांवड़ लेकर देवघर जाते हैं, तो वहीं, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लोग हरिद्वार में कांवड़ लेकर जाते हैं और अपनी कांवड़ों में गंगाजल भरकर लाते हैं और अपने नजदीकी मंदिर में चढ़ाते हैं।

ज्योर्तिलिंग के दर्शन भी करते हैं शिवभक्त

इस बार 17 जुलाई से शिवभक्त अपनी कांवड़ों में गंगाजल भरने और इसे शिवलिंग पर चढ़ाने के लिए कांवड़ यात्रा शुरू करेंगे। सावन के महीने में कई शिवभक्त भगवान बद्रीनाथ और केदारनाथ या फिर 12 ज्योर्तिलिंग के दर्शन के लिए जाते हैं।

इस बार सावन में 4 सोमवार

माना जाता है कि भगवान शिव की पूजा सोमवार की जाती है। भगवान शिव के 16 सोमवार के व्रत रखने से मनोकामना पूरी होती हैं। मनचाहा और अच्छा लाइफ पार्टनर के लिए भी लोग सोमवार का व्रत रखते हैं। इस बार सावन में 4 सोमवार होंगे। सावन के सोमवार में व्रत रखना बहुत ही खास माना जाता है।

ऐसे करें पूजा

भगवान शिव की पूजा (Shiv Puja Vidhi) करते वक्त बेल के पत्ते, धतूरे और गंगाजल का इस्तेमाल करें। पूजा के बाद शिवलिंग का अभिषेक दुध या गंगाजल से अभिषेक करें। इसके बाद भगवान शिव की व्रतकथा जरूर सुनें या पढ़ें। व्रत रखने वालों को भगवान शिव के साथ मां गौरा की पूजा भी करनी होती है। इसके बाद शाम को प्रदोष बेला में 16 प्रकार से पूजन के इस्तेमाल होने वाली सामग्री जैसे फूल दूब, बेलपत्र, धतूरा जैसी चीजों से पूजा की जाती है।

सावन शिवरात्रि के वक्त पूजा का समय

सावन शिवरात्रि 30 (Sawan Shivratri) जुलाई को है। माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव को जल चढ़ाने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं। सावन शिवरात्रि को शिव पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 9:10 बजे से लेकर दोपहर 2:00 बजे तक होगा।

सावन में शिव की भक्ति में डूबे खेसारी लाल यादव

वीडियो में देखिए ग्रहण के दौरान क्या ना करें…

रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।