सावन शिवरात्रि (Sawan Shivratri 2019) का हिन्दुओं में एक अलग ही महत्व है। इस महीने में आने वाली शिवरात्रि बहुत खास होती है और ऐसा कहते हैं कि इसे करने से व्यक्ति का हर कष्ट दूर हो जाता है। लेकिन इसके फल पाने के लिए जरूरी होता है कि आप इस पूजा को सही विधि-विधान (Sawan Shivratri Subh Muhurat Puja Vidhi) और मुहूर्त में करें।
ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव की आराधना करने से शांति, सौभाग्य और आरोग्य की प्राप्ति होती है। ऐसी भी मान्यता है कि सावन की शिवरात्रि (Sawan Shivratri Importance) मनुष्य के सभी पाप को धो देती है। इसमें व्रत रखने वालों के पाप का नाश होता है और कुवारें लोगों को मनचाहा वर या वधु मिलता है। वहीं, दांपत्य जीवन में एक-दूसरे के प्रति प्रेम बढ़ता है।
जानिए इसके शुभ मुहूर्त
इस दिन का सबसे अच्छा मुहूर्त 9:10 बजे से 2:00 बजे तक है। इस बीच आप शिव की पूजा कर सकते हैं और उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं। चतुर्दशी 30 जुलाई 2019 को दोपहर 02 बजकर 49 मिनट से शुरू होगा। 31 जुलाई 2018 को सुबह 11 बजकर 57 मिनट तक रहेगी। वहीं, निशिथ काल पूजा 31 जुलाई 2019 को दोपहर 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 49 मिनट तक होगी। बात करें, पारण के समय की, तो ये 31 जुलाई 2019 को सुबह 05 बजकर 46 मिनट से सुबह 11 बजकर 57 मिनट तक होगा।
जानिए पूजा करने की विधि
सुबह उठकर नहाने के बाद साफ और धुले कपड़े पहनें। इसके बाद व्रत का संकल्प लें। घर या मंदिर जाकर शिवलिंग पर पंचामृत इसके बाद भोलेनाथ के आगे दीपक और धूपबत्ती चलाएं। अब शिवशंकर के मंत्रों का जाप करते हुए फूल और 1001 बेलपत्र चढ़ाएं। इस दौरान आप 1001 बार ‘ॐ नमः शिवाय’ का भी जाप करें। शिवरात्रि पर शिव चालीसा, शिव पुराण, रुद्राष्टक का पाठ, रुद्राक्ष माला से महामृत्युंज्य मंत्र का जाप करने से अत्यंत फल मिलता है।
इस वजह से की जाती है सावन में भगवान शिव की पूजा, जानिए क्यों है ये महीना इतना पवित्र…