Sharad Pawar On Bandra Protest: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने बुधवार को कहा कि बांद्रा रेलवे स्टेशन की घटना बहुत ही चिंताजनक है और इस कोरोना वायरस संक्रमण में ऐसा दुबारा नहीं होना चाहिए। उनके मुताबिक, यह घटना सोशल मीडिया पर गुमराह करने वाला पोस्ट के वजह से हज़ारों के तादात पर भीड़ जमा हुई थी। ऐसा पोस्ट सोशल मीडिया पर नहीं डालना चाहिए।
उन्होंने कहा, इस समय देश के कई नेता राजनैतिक बयानबाजी में लगे है। यह समय राजनीती करने का नहीं है। इस समय सभी का लक्ष्य कोरोना को पराजित करने का होना चाहिए। सभी लोगों ने लॉकडाउन का बताये गए नियमों का पालन करे और सरकार का सहयोग करें।
बता दें, विनय दुबे (Vinay Dubey) नाम के शख्स ने अपने फेसबुक और ट्विटर पर ट्रैन शुरू होने की खबर पोस्ट की थी जिसे देख हज़ारों कामगार अपने घर लौटने के लिए बांद्रा स्टेशन पहुंचे थे। अभी मुंबई पुलिस ने विनय दुबे के सहित 3 और लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
बांद्रा घटना के बाद राजकारण शुरू
गौरतलब है कि बांद्रा में लॉकडाउन तोड़कर अचानक इकट्ठा हुए प्रवासी कामगारों के मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस (Devendra Fadnavis) ने इस स्थिति के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने बांद्रा की घटना को अत्यंत गंभीर बताते हुए कहा कि बांद्रा में जो कुछ हुआ उसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है। यह मन को व्यथित करने वाला है। अन्य राज्यों के प्रवासियों के लिए भोजन एवं अन्य सुविधाओं की व्यवस्था करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मजदूरों को दिया दिलासा
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मजदूरों से कहा आप मेरे महाराष्ट्र में सुरक्षित हो। आप लोग परदेश से आये हो। हमें आपको लॉकडाउन करके रखने में खुशी नहीं मिल रही है। आप लोग बिलकुल भी डरो मत, आप लोग यहां सुरक्षित हो। गरीब लोगों की भावना से खेलो मत, उसको राजनीती में घसीटों मत।
आदित्य ठाकरे ने केंद्र सरकार को ठहराया जिम्मेदार
शिवसेना के युवा नेता और राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने एक के बाद एक ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार को लॉकडाउन बढ़ाने का निर्णय करने से पहले प्रवासियों को उनके घर पहुंचाने का प्रबंध करना चाहिए था। महाराष्ट्र में छह लाख लोग शेल्टर होम में रह रहे हैं। हमने केंद्र से कई बार उन्हें ट्रेन से उनके घर भेजने का आग्रह किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बढ़ाया लॉकडाउन
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने देश को संबोधित करते हुए पूरे देश में लॉकडाउन 3 अप्रैल तक बढ़ा दी है। ऐसे में गरीब मजदूर लोग जो रोज कमा कर अपना गुजारा करते है, उनको इस लॉकडाउन में जीना बहुत मुश्किल हो गया है। ऐसे में वह लोग अपने घर लौटना चाहते है लेकिन ट्रैन और देश बंद होने के कारण वह लोग जहां थे वहीं अटक गए है।