‘मुर्गी और अंडा शाकाहारी भोजन हैं। आयुष मंत्रालय की जिम्मेदारी है कि वह इस बात को प्रमाणित करे, ताकि शाकाहारी लोगों को प्रोटीन युक्त भोजन मिल सके।’ यह कहना है शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) का। राज्यसभा में चर्चा के दौरान जब शिवसेना नेता राउत की बारी आई तो उन्होंने यह बयान देकर सभी को चौंका दिया। फिर क्या था उनका बयान सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा और ट्विटर यूजर्स इसपर खूब चुटकी लेने लगे।
खुशबू नाम की ट्विटर यूजर लिखती हैं, ‘शिवसेना नेता संजय राउत चाहते हैं कि चिकन और अंडे को शाकाहारी कहा जाए। इसपर बीफ और मटन बोले- ये भेदभाव क्यों?’ अविनाश तिर्के ने लिखा, ‘कृपया बीफ को मशरूम के रूप में वर्गीकृत करें।’ भास्कर पीनियल लिखते हैं, ‘क्या आयुर्वेदिक मुर्गा संस्कृत में बांग देगा?’
ट्विटर यूजर्स ने ली संजय राउत के बयान पर चुटकी, देखिए यह ट्वीट्स…
Shiv Sena leader Sanjay Raut demands Chicken And Eggs to be called Vegetarian.
Beef and Mutton: Why this discrimination??
— Khushboo (@Khush_boozing) July 17, 2019
Please classify Beef as mushrooms https://t.co/vZf4D3YtDL
— Avinash Tirkey (@avinash_tirkey) July 17, 2019
will the Ayurvedic chickens cluck and chirp in Sanskrit ?
— peniel bhasker (@BhaskerPeniel) July 17, 2019
This is too good! I am a veggie. Now, I am going to go hunt for some Ayurvedic chicken and eggs. 😋 I need the proteins. Bring it on, man! #WednesdayLaughter
https://t.co/Pnttb2m0dX— Tinat (@SIANG16) July 17, 2019
Yahi baaki reh Gaya ta ab 😂😂
— Armaan (@Mehboobp1) July 16, 2019
Matlab ab veg biryani mein bhi leg piece mumkin hai. Wow! 🤪
— Pravin Mishra (@mishra_pravin) July 16, 2019
But here's the question: Can these newly vegetarain foods be cooked with #onion and #garlic? Or would that be a step too far.
— JayEnAar (@GorwayGlobal) July 16, 2019
बताते चलें कि संजय राउत ने प्रोफेसर राम गोपाल यादव के कथन का हवाला देते हुए यह बात कही थी। उन्होंने कहा कि हनुमान जी पर्वत लेकर आए और लक्ष्मण जी को संजीवनी मिली। आयुर्वेद वहां से शुरू हुआ और आज कहां पहुंच गया है। उन्होंने कहा, ‘मैं आपको बताता हूं कि हमारे महाराष्ट्र में नन्दूरबार एक आदिवासी जिला है। मैं वहां गया था। जब काम खत्म हो गया, तो आदिवासी लोग हमारे पास खाना लेकर आए। मैंने उनसे पूछा कि ये क्या है। वो बोले ये मुर्गी है। मैंने कहा कि मैं मुर्गी नहीं खाऊंगा। उन्होंने कहा कि ये आयुर्वेदिक मुर्गी है। उन्होंने बताया कि ये एक ऐसी मुर्गी है, जिसका हम इस तरह से पालन-पोषण करते हैं कि इसे खाने के बाद आपके शरीर के सब रोग बाहर निकल जाएंगे। ये आयुष मंत्रालय के लिए शोध का विषय है।’
‘ये बालासाहेब की कहानी है, कोई भी ठाकरे फिल्म पर बैन नहीं लगा सकता‘
शिवसेना सांसद संजय राउत से राज्यसभा में क्या कहा, देखिए वीडियो…