आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति के रूप में सरदार वल्लभभाई पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का गुजरात में उद्घाटन किया। 31 अक्टूबर को सरदार पेटल की जयंती के मौक पर इस मूर्ति का उद्घाटन किया गया। सरदार पटेल की ये मूर्ति दुनिया की सबसे ऊंचाई मूर्ति कहीं जा रही है। खास बात तो ये कि सरदार पटेल की इस मूर्ति की ऊंचाई गुजरात विधानसभा की कुल सीट के बराबर रखी गई है यानी 182 मीटर। इस बात की जानकारी दें दे की 31 अक्टूबर, 2013 को जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे उस समय उन्होंने केवड़िया में स्टैचू ऑफ यूनिटी की आधारशिला रखी थी।
मूर्ति को बनाने के लिए 2400 कामगर बिना रुकें कड़ी मेहनत के साथ दिन रात काम करते रहें। इस मूर्ति को पूरा करने के लिए चीन की ओर से 100 कारीगरों की मदद तक ली गई। मूर्ति का स्टील फ्रेमवर्क बनाने का ठेका मलेशिया स्थित कंपनी एवरसेनडाई को सौंपा गया था। जो दुबई के मशहूर बुर्ज खलीफा और बुर्ज अल-अरब जैसी इमारतें बना चुके हैं। ऐसे में इस मूर्ति की अपने आप में कई खासियत है।
लेकिन क्या आपको पता है कि सरदार पटेल की मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ने दुनिया की कई ऊंचाई मूर्ति को पीछे छोड़ दिया है। चलिए आइए आपको बताते है विश्व की बाकी बड़ी और ऊंची मूर्तियों के बारे में…
‘द मदरलैंड कॉल्स’
‘द मदरलैंड कॉल्स’ का मतलब है मातृ देवी है जोकि रूस के वोल्गोग्रैड में मौजूद है। इसी ऊंचाई 85 मीटर है और यह 1967 में स्थापित की गई थी। इस मूर्ति को लेकर कहा जाता है कि यह स्टालिन के साथ की लड़ाई के हीरो की याद में बनाई गई थी। इसकी उंचाई 85 मीटर है। इसमें एक महिला की मूर्ति है जोकि एक हाथ में तलवार लिए आगे की ओर बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। जानकारी के मुताबिक ये मूर्ति मई 1959 में बनना शुरू हुई थी और 15 अक्टूबर 1967 को बन कर तैयार हुई थी।
उशिकू दाइ बुतु
जापान के उशिकू शहर में उशिकू दाइ बुतु की मूर्ति स्थित है। इसकी उंचाई 120 मीटर है जोकि 1993 में पूरी तरह से बनकर तैयार हुई थी। अमिताभ बुद्धा की ये मुर्ति ब्रांज धातु से तैयार की गई है।
‘स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी’
शांति के देवी की मूर्ति स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी 1886 में न्यूयॉर्क में स्थापित हुई थी। यह मूर्ति 93 मीटर की है। 1886 के अंदर फ्रांस द्वारा अमेरिका को ये मूर्ति मित्रता प्रतीक के आधार पर तोहफे के रुप में दी गई थी। स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी को बनाने में 9 साल से अधिक समय लगा था। इसमें 22 मंजिल है और इसकी ऊंचाई की बात करें तो 306 या 93 मीटर है। मूर्ति की खासियत की बात करें जाए तो यह एक महिला की मू्र्ति है जो हाथों में मशाल लेकर खड़ी हुई है। यह रोमन लिबर्टी गॉडेस लिबर्टास की मूर्ति है। अमेरिका को 4 जुलाई 1776 के दिन ही ब्रिटेन से आजादी मिली थी। महिला की मूर्ति में पैरों में बेड़ियां लगी हुई है जो टूटी हुई है। मूर्ति को देखकर ऐसा प्रतित होता है कि वह पैरों की बेड़ियां तोड़ते हुए आगे बढ़ रही हैं। यह एक तरीके से अमेरिका की आजादी का प्रतीक है वहीं बाहरी देशों से आने वाले यात्री और लोगों का स्वागत करती है।
‘स्प्रिंग टेंपल बुद्धा’
चीन में भगवान बुद्ध की मू्र्ति स्प्रिंग टेंपल बुद्धा को हेनान प्रांत में लूसान नाम की एक जगह पर 2002 में स्थापित किया था। यह मू्र्ति 153 मीटर ऊंचाई है। दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति में से एक आने वाली चीन में बने भगवान बुद्ध की मूर्ति लोगों के लिए आकर्षण का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गई है। 1997 से 2008 तक का समय इसे बनाने में लगा। कमल के शेप के स्टैंड पर बनी ये मूर्ति कॉपर यानी तांबे की बनी हुई है। इसकी ऊंचाई की बात करें तो वो 66 फुट है।स्टैंड से लेकर मुर्ति की कुल उंचाई 502 फीट यानी 153 मीटर है।
‘क्राइस्ट द रिडीमर’
ईसा मसीह की मूर्ति ‘क्राइस्ट द रिडीमर’ ब्राजील के रियो डी जिनेरिया में मौजूद है। इसकी ऊंचाई की बात करें तो वो 39.6 मीटर है और इसे साल 1931 में स्थापित किया गया था। इस मूर्ति का निर्माण फ्रेंच स्कल्पचर पॉल लैंडोवस्की द्वारा बनाया गया था। क्राइस्ट द रीडीमर की मूर्ति को बनने में लगभग 1922 से 1931 का समय लगा था। मूर्ति की ऊंचाई 38 मीटर है जिसके अंदर 8 मीटर का स्टैंड अलग से है। वहीं, दोनों तरफ फैले बांह की लंबाई 28 मीटर है। स्टैच्यू की उंचाई 635 मीट्रिक टन है और यह ईसाई धर्म का एक महत्वपूर्ण प्रतीक कहलाती है।
दुनिया की सबसे बड़ी मूर्तियां की लिस्ट नंबर के मुताबिक…
पहला स्थान- सरदार पटेल की मूर्ति
दूसरे स्थान पर चीन की स्प्रिंग टेंपल बुद्ध की मूर्ति।
तीसरे स्थान पर है जापान में स्थापित मूर्ति ushiku daibutsu ।
चौथे स्थान पर है अमेरिका की स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी।
पांचवे स्थान पर रूस में बनी मदरलैंड कॉल्स की मूर्ति।
साथ ही छठे स्थान पर ब्राजील में लगी christ the redeemer की मूर्ति है।