तस्वीरों के जरिए जानिए देश की आजादी के लिए विदेशी धरती से मुहिम चलाने वाले नेताजी की दास्तान

नेता जी ने 19 नवबंर 1919 में इंडिया को छोड़ दिया था। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने अपने पिता से इंडिया सिविल सर्विस एग्जाम देने का वादा किया था। नेताजी ने ब्रिटिश अर्मी की नीव कमजोर की थी। उन्होंने इसके लिए जर्मनी और जापान की मदद ली थी।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बारे में कौन नहीं जानता। भारत देश के हर एक बच्चे-बच्चे के जुबान पर तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दो का नारा रटा हुआ है। सुभाष चंद्र बोस की 23 जनवरी को 122वीं जयंती हैं। इस दिन सुभाष चंद्र बोस का जन्म ओडिशा कटक शहर में हुआ था। नेताजी को सबसे सम्मानित भारतीय राष्ट्रवादियों में से एक माना जाता है। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत को आजादी दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी थी और उनकी देशभक्ति की तारीफ आज भी जबरदस्त तरीके से की जाती है।

नेताजी की मौत आज अब भी एक रहस्य बनी हुई है। क्योंकि कुछ लोग आज भी इस बात पर विश्वास नहीं करते हैं कि साल 1945 में जापान के ताइवान में हुए एक विमान दुर्घटना के अंदर उनका निधन हो गया था। यहां तक की ये भी कहा गया कि उनकी मौत 18 अगस्त, 1945 को थर्ड-डिग्री बर्न से हुई थी। हालांकि, कुछ का मानना है कि उनकी मौत कभी नहीं हुई और वे अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई जारी रखने के लिए भारत लौट आएंगे। कई लोग कई बातें उनकी मौत को लेकर कहते हैं।

1938 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुने जाने के बाद नेताजी ने राष्ट्रीय योजना आयोग का गठन किया था। नेता जी के पिता का नाम जानकीनाथ बोस और मां का प्रभावती देवी था। उन्होंने हिंदू परंपराओं के अनुसार एक ऑस्ट्रियाई लड़की एमीनी शेंकल से शादी की थी। साल 1942 में दोनों की शादी हुई थी। बाद में उन दोनों की एक बेटी हुई जिसका नाम अनीता बोस पफाफ था। नौ साल तक शादी करने के बावजूद बोस और एमिली ने एक साथ तीन साल से भी कम का समय बिताया। एमिली का निधन साल1996 में 85 साल की उम्र में ही हो गया था।

नेता जी ने 19 नवबंर 1919 में इंडिया को छोड़ दिया था। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने अपने पिता से इंडिया सिविल सर्विस एग्जाम देने का वादा किया था। दुश्मन-दुश्मन सामने वाले का दोस्त होता है इसी बात को अपनाते हुए नेताजी ने ब्रिटिश अर्मी की नीव कमजोर की थी। उन्होंने ब्रिटिश को हराने के लिए जर्मनी और जापान की मदद ली थी।

यहां देखिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की अनदेखी तस्वीरें…

हमेशा से लोगों के दिलों में रहे हैं नेताजी

अपने परिवार के सदस्यों के साथ नेताजी

 

जानवरों से करते थे बेहद प्यार

 

अपने विचार से सभी को लुभाते थे सुभाष चंद्र बोस

 

हर एक चीज को बारीकी से जानने की समझ रखते थे नेताजी

 

हिटलर के साथ हाथ मिलते हुए नेताजी

 

गांधी जी का करते थे बेहद सम्मान

 

एक आवाज में उनकी पूरी देश आ जाता था साथ

 

भारत में इतिहास में नेताजी का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा हुआ है

यहां देखिए टीवी की दुनिया से जुड़ी खबरें…

दीपाक्षी शर्मा :सभी को देश और दुनिया की खबरों के साथ-साथ एंटरटेनमेंट जगत से रुबरु कराने का काम करती हूं। राजनीतिक विज्ञान का ज्ञान लेकर एमए पास किया है। मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा के बाद फिलहाल पत्रकारिता कर रही हूं।