Gurpurab: गुरु गोबिंद सिंह जयंती विशेष, गुरु गोबिंद सिंह जी की वाणी और उनकी कुछ खास बातें

सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह की आज देशभर में जयंती मनाई जा रही है। आज गुरु गोबिंद सिंह जी की 353वीं जयंती है। गुरु गोबिंद सिंह का जन्म पटना साहिब में हुआ था। गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती को गुरु पर्व के रूप में मनाया जाता है। आइए गुरु गोबिंद सिंह से जुडी कुछ ख़ास बातें जानते हैं।

गुरु गोबिंद सिंह की तस्वीर

Guru Gobind Singh Ji Jayanti 2020: सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह की आज देशभर में जयंती मनाई जा रही है। आज गुरु गोबिंद सिंह जी की 353वीं जयंती है। गुरु गोबिंद सिंह का जन्म पटना साहिब में हुआ था। गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती को गुरु पर्व के रूप में मनाया जाता है। आइए गुरु गोबिंद सिंह से जुडी कुछ ख़ास बातें जानते हैं।

गुरु गोबिंद सिंह ने जो सिंद्धांत दिए थे उन्हें पांच ककार कहा जाता है। ये बात तो सभी जानते हैं कि गुरु गोबिंद सिंह जी सिखों के दसवें गुरु थे। गुरु गोबिंद सिंह जी ने ही सिख धर्म के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब को पूरा किया था। बता दें गोबिंद सिंह जी ने ही खालसा वाणी ‘वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतह’ भी दी। खालसा पंथ की की रक्षा के लिए गुरु गोबिंग सिंह जी ने मुगलों और उनके साथियों से 14 बार लड़ाई लड़ी।

गुरु गोबिंद सिंह जी जीवन जीने के लिए पांच सिद्धांत भी दिए। इन सिद्धांतों को ‘पांच ककार’ कहा जाता है। पांच ककार का मतलब ‘क’ शब्द से शुरू होने वाली उन 5 चीजों से है, जिन्हें गुरु गोबिंद सिंह के सिद्धांतों के अनुसार सभी खालसा सिखों को धारण करना होता है। गुरु गोविंद सिंह ने सिखों के लिए पांच चीजें बताई थीं। इन पांच चीजों में केश, कंघा, कड़ा, कृपाण और कच्छा हैं। इन पांचों के बिना खालसा सिखों का वेश पूर्ण नहीं माना जाता है।

गुरु पर्व यानी गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती के दिन गुरुद्वारों में एक विशेष उत्साह देखने को मिलता है। गुरुद्वारों में कीर्तन का आयोजन कराया जाता है। प्रातः कल में प्रभातफेरी निकाली जाती है। इसी के साथ ही भव्य लंगर का आयोजन किया जाता है। गुरुद्वारों में सेवा की जाती है। इस दिन गुरुद्वारों में चहलपहल काफी बढ़ जाती है। गुरुद्वारों के आस-पास खालसा पंथ की झांकियां निकाली जाती हैं। बहुत से लोग घरों में कीर्तन भी करवाते हैं।

वहीँ अगर गुरु गोबिंद सिंह जी की वाणी की बात करें तो इनमें ये बातें मुख्य हैं।

1. इंसान से प्रेम करना ही, ईश्वर की सच्ची आस्था, भक्ति है।
2. मैं उन लोगों को पसंद करता हूँ जो सच्चाई के मार्ग पर चलते हैं।
3. अज्ञानी व्यक्ति पूरी तरह से अंधा है, वह मूल्यवान चीजों की कद्र नहीं करता है।
4. भगवान के नाम के सिवाए कोई मित्र नहीं है, भगवान के विनम्र सेवक इसी का चिंतन करते और इसी को देखते हैं।
5. भगवान ने हमें जन्म दिया है, जिससे हम दुनिया में अच्छे काम करें और बुराई को दूर करें।

lakhantiwari :मेरा नाम लखन तिवारी है और मैं एंटरटेनमेंट जर्नलिस्ट के रूप में पिछले 6 वर्षों से काम कर रहा हूं. एंटरटेनमेंट की खबरों से खास लगाव है. बॉलीवुड की खबरें पढ़ना और लिखना दोनों ही पसंद है.