covid-19: कोरोना वीरस के चलते देश में दिनों दिन परेशानियां बढ़ती जा रही है। लॉकडाउन होने के बावजूद कुछ लोग इसका पालन नहीं कर रहे है। इस लड़ाई के बीच अब केंद्र सरकार ने इस जानलेवा महामारी के प्रकोप से लड़ने वाले योद्धाओं की ऑनलाइन लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में सरकार ने मेडिकल स्टाफ से लेकर अलग-अलग विभागों के स्टाफ की राज्यवार और जिलावार उपलब्धता की जानकारी शेयर की है। बता दे, सरकार ने इसमें सवा करोड़ से ज्यादा स्टाफ की लिस्ट तैयार की है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने सभी राज्यों, संघ शासित क्षेत्रों और स्थानीय निकायों से जरूरत के मुताबिक इन योद्धाओं के इस्तेमाल के लिये कहा है।
कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय की तरफ से डॉक्टर्स, नर्स समेत अन्य स्टाफ की जानकारी का ऑनलाइन डेटा पूल तैयार किया गया है. इस पूरे डेटा को वेबसाइट https://covidwarriors.gov.in पर अपलोड किया गया है। कोरोना योद्धाओं में आयुष चिकित्सकों सहित सभी चिकित्सकों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों, एनवाईके, एनसीसी, एनएसएस, पीएमजीकेवीवाई, पूर्व सेवा कर्मचारियों आदि स्वयंसेवकों का ऑनलाइन डाटा पूल तैयार किया गया है। बता दे, सरकार की तरफ से जारी जानकारी के मुताबिक, पूरे देश में इस वक्त अलग-अलग विभागों के कुल 1,24,85,659 कोविड 19 वॉरियर्स मौजूद हैं. इनमें 9,27,000 से ज्यादा एमबीबीएस डॉक्टर हैं, जबकि डेढ़ लाख से ज्यादा एमबीबीएस स्टूडेंट्स हैं। इसके अलावा 17 लाख से ज्यादा नर्स, 2 लाख से ज्यादा डेंटिस्ट और 8 लाख से ज्यादा आयुष चिकित्सक उपलब्ध हैं। इस लिस्ट में एनजीओ में काम करने वाले डॉक्टरों का भी नाम शामिल है।
इन मेडिकल प्रोफेशनल्स के अलावा पूर्व कर्मचारी, पंचायत सेवक, आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी सदस्यों को भी कोरोना योद्धाओं की लिस्ट में रखा गया है। एनसीसी से लेकर ग्राम रोजगार सेवक और पंचायत सेक्रेटरी का भी कोरोना से जंग में इस्तेमाल करने के लिये कहा गया है। वहीं, रेलवे अस्पताल और डिफेंस हॉस्पिटल्स को भी कोरोना वॉरियर माना गया है। सरकार ने देश के सभी राज्यों का डेटा शेयर किया है। यानी किस राज्य में कितने डॉक्टर और दूसरे पेशेवर मौजूद हैं, उनकी जानकारी साझा की गई है ताकि कोरोना से पैदा होने वाली किसी भी चुनौती से निपटने के लिये इन योद्धाओं का इस्तेमाल किया जा सके। दरअसल, केंद्र सरकार ने कहा है कि इन तमाम लोगों का इस्तेमाल बैंकों, राशन की दुकानों, मंडियों में समाजिक दूरी को लागू करने और बुजुर्गों, दिव्यांग और अनाथालयों की सहायता के लिए भी किया जा सकता है। ताकि कोरोना से चल रही जंग में योद्धाओं की कमी न पड़े और लॉकडाउन का पालन कराने से लेकर जनता की हर संभव मदद के लिये इनकी सेवा ली जा सके। बता दे, देश में अब तक 15 हजार से अधिक लोग कोरोना वायरस के चपेट में आ चुके है।
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