देशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। देश में आएदिन हजारों कोरोना संक्रमित मामले सामने आ रहे है। इस बीच देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) अब देश का वो शहर बन चुकी है, जहां पर कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले सामने आ रहे है। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में रोज तीन हजार से अधिक केस सामने आ रहे हैं। जिसके बाद अब दिल्ली में होम आइसोलेशन के नियमों को लेकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार (State Government and Central Government) के बीच लगातार संघर्ष जारी है। इसी मुद्दे पर आज राज्य के डिजास्टर मैनेजमेंट (Disaster management) की बैठक होगी, जिसमें इन नियमों पर चर्चा होने की आशा है।
गुरुवार शाम को होने वाली इस बैठक में होम आइसोलेशन के नियम पर मंथन होगा, जिसका दिल्ली सरकार ने विरोध किया है। अभी के नियम के मुताबिक, किसी भी कोरोना पीड़ित या कोरोना संदिग्ध को सरकार द्वारा बनाए गए कोरोना केयर सेंटर में जाना जरूर होगा। उसके बाद सलाह मिलने के बाद वह अपने घर पर खुदको आइसोलेट कर सकता है।
दिल्ली सरकार इस फैसले का विरोध कर रही है। इससे पहले उपराज्यपाल अनिल बैजल ने राज्य में हर कोरोना संदिग्ध को पांच दिन के लिए सरकारी क्वारनटीन सेंटर में रहने का आदेश दिया था, जिसपर भी बवाल हुआ था और बाद में ये फैसला वापस लिया गया था। अब हालही में हुए मसले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया लगातार विरोध जता चुके हैं। मनीष सिसोदिया ने इस मसले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी भी लिखी थी और इस नियम को वापस लेने को कहा था।
दिल्ली सरकार का कहना है कि ऐसे नियम से राजधानी में भगदड़ जैसी स्थिति बन जाएगी और लोग टेस्ट करवाने से भी पीछे हटेंगे। बता दें कि ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल मामले सत्तर हजार का आंकड़ा पार कर चुके हैं।आपको बता दे, देश की राजधानी दिल्ली में अब रोज इतने नए मामलें सामने आ रहे है कि मुंबई भी पीछे छूट गई है।
यहाँ देखे हिंदी रश का ताजा वीडियो: