‘मैडम बड़ी लड़कियों को रात में कहीं भेज देती थीं. उन्हें लेने कभी लाल तो कभी काले रंग की गाड़ी आती थी. जब ये लड़कियां सुबह आतीं, तो सिर्फ रोती रहती थीं. हम कुछ भी पूछते, लेकिन बताती नहीं थीं.’ जी हां, ये दिल दहला देने वाला खुलासा यूपी के देवरिया जिले की रहने वाली एक लड़की ने किया है, जो शेल्टर होम रहती थी. वहां से भागकर किसी तरह थाने पहुंची और इस दिल झकझोर देने वाली दास्तान को सुनाया.
बिहार के मुजफ्फरपुर के बाद अब यूपी के देवरिया जिले में स्थित शेल्टर होम में लड़कियों के साथ रेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है. खुलासा हुआ है कि शेल्टर होम से हर रात लड़कियां बाहर भेजा जाता था. उनको हवस का शिकार बनाया जाता था. उन्हें लेने के लिए लग्जरी कारें आती थीं. अगले दिन सुबह लड़कियां रोती हुई लौटती थी. अपनी आबरू लुटने के बाद लोक लाज के भय से वे हमेशा की तरह चुप रह जातीं.
कहते हैं ना कि जब पाप का घड़ा भरता है, तो एक न एक दिन जरूर फूटता है. इस केस में भी यही हुआ. इस अत्याचार को एक लड़की ज्यादा दिन तक नहीं सहन कर पाई. बीते रविवार को शेल्टर होम से वह भाग खड़ी हुई. वहां से सीधे थाने जा पहुंची. थाने में उसने जो कहानी सुनाई, उसे सुनकर पुलिस वालों के भी पैरों तले जमीन खिसक गई. उन्हें भरोसा नहीं हो रहा था कि यहां पर भी इस तरह की सनसनीखेज घटना सामने आ सकती है.
प्रशासन और पुलिस की घोर लापरवाही
पीड़ित लड़की के बयान को सुनने के बाद पुलिस की टीम ने शेल्टर होम पर छापा मार दिया. वहां से 24 लड़कियां छुड़ाई गईं, लेकिन हैरानी की बात ये हैं कि 18 लड़कियां अब भी वहां से लापता हैं. बताया जा रहा है कि यह शेल्टर होम गैर कानूनी तरीके से चलाया जा रहा था. यूपी सरकार ने अनियमितता के चलते एक साल पहले ही इसे बंद करने के आदेश दिया था. लेकिन प्रशासन और पुलिस की लापरवाही से ये बदस्तूर चल रहा था.
सीएम ने डीएम को हटाया, डीपीओ सस्पेंड
पुलिस ने शेल्टर होम की संचालक गिरिजा त्रिपाठी, पति मोहन त्रिपाठी और बेटे को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधिक्षक ने बताया कि यहां 15 से 18 साल तक की लड़कियों के साथ हैवानियत की जा रही थी. यहां 42 लड़कियों के नाम हैं. इनमें से 18 लापता हैं. उनके बारे में पूछताछ की जा रही है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने देवरिया के डीएम को हटाते हुए डीपीओ को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की गई है.
बिहार के मुजफ्फरपुर में हुई ऐसी घटना
बताते चलें कि बीते दिनों बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में स्थित एक शेल्टर होम में भी इसी तरह की सनसनीखेज वारदात सामने आई थी. यहां टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज मुंबई की ऑडिट में ही सेवा संकल्प व विकास समिति द्वारा संचालित बालिका गृह में 34 लड़कियों से रेप की बात सामने आई थी. इसके बाद इसके संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इस घटना पर सुप्रीम कोर्ट ने भी कड़ी नाराजगी जाहिर की है.