देश को करोड़ों की चंपत लगाकर फरार शराब व्यापारी विजय माल्या ने बुधवार को लंदन कोर्ट के बाहर दावा किया कि भारत छोड़ने से पहले उसने वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी। साथ ही इस बात को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता पीएल पूनिया ने भी दावा किया है कि वे इस मुलाकात के प्रत्यक्षदर्शी हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बुधवार को विजय माल्या प्रत्यर्पण केस पर सुनवाई की गई। इस दौरान कोर्ट से बाहर निकलने के बाद माल्या ने कहा कि वह देश छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिले थे। हालांकि माल्या का यह भी कहना है कि इसको लेकर कोई खास बातचीत नहीं की गई।
कांग्रेस नेता का दावा
वित्त मंत्री अरुण जेटली और भगोड़े विजय माल्या की मुलाकात को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता पीएल पूनिया ने ट्वीट कर दावा किया है कि उन्होंने दोनों को बात करते हुए देखा था। इस दावे के बाद विवाद और भी बढ़ गया है। साथ ही इस दावे के बाद बीजेपी पूरी तरह घिर गई है।
अरुण जेटली ने दी सफाई
इस मामले के सामने आने के बाद वित्त मंत्री ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर सफाई पेश की है। इस पोस्ट के जरिए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने माल्या के दावे को खारिज कर दिया है। उन्होनें ‘फेक्चुअल सिचुएशन’ शीर्षक से फेसबुक पर पोस्ट लिखी है और माल्या को झूठा ठहराया है।
दिसंबर में बड़ा फैसला
विजय माल्या प्रत्यर्पण मामला में अगली सुनवाई 10 दिसंबर को बड़ा फैसला होने वाला है। लंदन कोर्ट में 10 दिसंबर को फैसला आएगा। इसके बाद ही साफ हो पाएगा कि विजय माल्या को भारत लाया जाएगा या नहीं। हालांकि इससे पहले विजय माल्या ने कोर्ट में कहा था कि मुंबई जेल की हालत ठीक नहीं है जिसके बाद पुलिस ने कोर्ट में वीडियो पेश किया था।
बता दें कि विजय माल्या ने 2016 में भारत छोड़ दिया था। इसके बाद उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया। शराब कारोबारी विजय माल्या पर भारतीय बैंकों के करीब नौ हजार करोड़ रुपये बकाए हैं। भारत सरकार विजय माल्या को भारत लाने के पूरी कोशिश कर रही है।