आमिर खान की फिल्म दंगल ने हरियाणा की दो स्टार कुश्ती खिलाड़ी गीता फोगाट और बबीता फोगाट की कहानी पर्दे पर दिखाई| फिल्म ‘दंगल’ में इन दो बहनों के कुश्ती जैसे खेल में आने और उनके संघर्ष की कहानी ने ना सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया बल्कि इस फिल्म ने कई सारे रिकॉर्ड स्थापित किये थे| लेकिन अब भले ही फिल्म की कहानी खत्म हो गयी हो लेकिन उसके आगे अब गीता फोगाट के घर पर उनकी बहन ने हमारे देश के लिए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है| और उनकी कहानी ऐसी है कि गीता और बबीता फोगाट के बाद अब उनकी कहानी पर आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ का अगला पार्ट बन सकता है| हम बात कर रहे हैं गीता-बबीता की चचेरी बहन विनेश फोगाट की| जिन्होंने एशियन गेम्स में महिला कुश्ती में भारत को पहला गोल्ड जिता दिया है|
विनेश फोगाट ने दिलाया एशियन गेम्स में भारत को पहला गोल्ड
विनेश फोगाट ने जकार्ता में चल रहे एशियन गेम्स 2018 में 50 किग्रा भार वर्ग में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता है| विनेश को जैसे ही गोल्ड मेडल मिला, उनके कोच और सदस्य उन्हें देश का झंड़ा पहना कर कंधों पर उठा कर शान से रिंग से बाहर लाए| गौरतलब है कि गीता फोगाट ने 2010 में हुए कॉमनवेल्थ खेलों में गोल्ड जीता था| वहीं उनकी छोटी बहन बबीता कुमार फोगाट ने साल 2014 में हुए कॉमनवेल्थ खेलों में कुश्ती में भारत को गोल्ड दिलाया था| हालाँकि ऐसा पहली बार हो रहा है कि एशियन खेलों में भारत की कोई लड़की गोल्ड जीतकर लाई हो|
ऐसी है विनेश फोगाट के संघर्ष की कहानी
24 अगस्त 1994 को जन्मीं विनेश द्रोणाचार्य अवार्ड विजेता महावीर फोगाट की भतीजी और इंटरनेशनल पहलवान गीता फोगाट-बबीता फोगाट की चचेरी बहन हैं। महावीर फोगाट के भाई राजपाल यानी विनेश के पिता की एक हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद महावीर फोगाट ने ही अपनी बेटियों के साथ विनेश और उसकी बहन प्रियंक को अपनाया और पहलवानी की ट्रेनिंग दी।