World Chocolate Day 2019: पहली बार यहां देखा गया था चॉकलेट का पेड़, लोगों की जुबान पर ऐसे चढ़ा था इसका स्वाद

आज यानी 7 जुलाई को वर्ल्ड चॉकलेट डे (World Chocolate Day 2019)  सेलिब्रेट किया जा रहा है। क्या आपको पता है किस सबसे पहले इस किस जगह पर मनाया गया था और चॉकलेट का पेड़ सबसे पहले कहां देखा गया था। जानिए ऐसे ही कई फैक्ट्स यहां।

वर्ल्ड चॉकलेट डे का इतिहास (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

आज यानी 7 जुलाई को पूरे विश्व भर में वर्ल्ड चॉकलेट डे (World Chocolate Day 2019)  सेलिब्रेटि किया जा रहा है। इस दिन को लेकर ऐसा कहा जाता है कि यूरोप में पहली बार 7 जुलाई 1550 को ये दिन मनाया गया था। इस दिन को लेकर कई अलग-अलग बाते कही जाती है, जैसे कोई कहता है कि चॉकलेट डे (Chocolate Day) लगभग 4 हजार साल पुराना है, तो कुछ का ये मानना है कि ये दिन दो हजार साल पुराना है, लेकिन क्या आपको पता है कि चॉकलेट का पेड़ पहली बार कहां देखा गया था। अमेरिका में ही पहली बार चॉकलेट का पेड़ देखने को मिला था।

अमेरिका के जंगल में चॉकलेट (Chocolate Dishes) के पेड़ की फलियाों में जो बीज होते हैं उन्हीं के इस्तेमाल से चॉकलेट को बनाया गया था। चॉकलेट का इस्तेमाल करने वाले में सबसे पहले मैक्सिको और अमेरिका जैसे देश शामिल थे। दरअसल 1528 में स्पेन के राजा ने मैक्सिको पर कब्जा किया था। इस दौरान उन्हें कोको बहुत पसंद आया और इसके बाद वह कोको के बीजों का पड़ा मैक्सिको से स्पेन ले गए। ऐसे ही करके स्पेन चॉकलेट में सबसे ज्यादा पसंद करने वाली चीज बन गई।

शुरुआत के समय में चॉकलेट का स्वाद काफी तीखा होता था, ऐसे में कोको के बीजों को रोस्ट करके उसे पीसा जाता था और उसका पाउडर बनाया जाता था। पाउडर के तीखेपन को दूर करने के लिए इसे पानी में घोलकर शहद, वनीला और अन्य चीजें मिलाकर कोल्ड कॉफी पेय बनाया गया। इसके बाद  डॉक्टर सर हैंस स्लोन ने दक्षिण अमेरिका का दौरा किया। उन्होंने ही पेय की नई रेसिपी तैयार कर उसे खाने लायक बनाया। फिर इसका नाम रखा कैडबरी मिल्क चॉकलेट।

दीपाक्षी शर्मा :सभी को देश और दुनिया की खबरों के साथ-साथ एंटरटेनमेंट जगत से रुबरु कराने का काम करती हूं। राजनीतिक विज्ञान का ज्ञान लेकर एमए पास किया है। मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा के बाद फिलहाल पत्रकारिता कर रही हूं।

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