Bigg Boss 12: शिवाशीष मिश्रा ने की बिग बॉस से बगावत, सभी घरवालों को भुगतनी पड़ी सजा

बिग बॉस 12 में इन दिनों जोरों का हंगामा देखने को मिल रहा है। लेकिन अब घर के सदस्य शिवाशीष मिश्रा ने बिग बॉस के खिलाफ बगावत कर दी है...

बिग बॉस 12 में इन दिनों जोरों का हंगामा देखने को मिल रहा है। लेकिन अब घर के सदस्य शिवाशीष मिश्रा ने बिग बॉस के खिलाफ बगावत कर दी है। उनकी बगावत का अंजाम पूरे घर वालों को भुगतना पड़ा है। ये पूरा ड्रामा आपको आज के एपिसोड में देखने को मिलेगा।

बिग बॉस के घर में इस बार इस सप्ताह का कैप्टन रोमिल चोधरी को बनाया गया है। दरअसल बिग बॉस रोमिल को एक टास्क देते हैं जिसमें उन्हें एक कैदी को चुनना होता है। रोमिल इसमें शिवाशीष का नाम ले लेते हैं। इसी चलते बिग बॉस शिवाशीष को कैदी बनने का आदेश देते हैं। लेकिन फिर भी शिवाशीष कैदी नहीं बनते हैं। जिसकी सजा बिग बॉस पूरे घर वालों को देते हैं और सभी घरवाले नॉमिनेट हो जाते हैं।

दरअसल बिग बॉस के घर में कैप्टेंसी को लेकर एक टास्क कराया गया। जिसके दावेदार रोमिल और शिवाशीष बने थे।
इन दोनों के बीच एक टास्क कराया गया। इसमें दोनों को एक टॉर्चर कुर्सी पर बैठाया गया है और इस कुर्सी पर सबसे ज्यादा देर तक रह पाएगा वो कैप्टन बनेगा।

बिग बॉस कहते हैं कि माइक का ध्यान रखें और माइक को इस टास्क में ढाल बनाकर इस्तेमाल ना करें। इसके बाद शिवाशीष को अपना माइक हटाना पड़ता है। शिवाशीष को ज्यादातर घरवाले बचाते है। बिग बॉस कहते हैं कि इस टास्क में पानी का इस्तेमाल नहीं होगा| दीपक शिवाशीष पर पाउडर और घर का कूड़ा फेंकते हैं। जिसके बाद मेघा और दीपक के बीच में झड़प हो जाती है| इसके बाद दीपक और श्रीसंत भी एक दूसरे से उलझ पड़ते है|

मेघा और दीपिका घर के सामान को बचाने में लग जाती हैं| करणवीर और श्रीसंत हलवा को लेकर झगड़ जाते है| श्रीसंत को इस बात का बुरा लगता है कि दीपिका लिए हलवा क्यों बनाया? थोड़ी ही देर में उनकी आँखों में आंसूं आ जाते है| श्रीसंत कैमरे में देखकर करणवीर का मज़ाक बनाते हुए कहते हैं कि ये कितनी शर्मनाक बात है कि घर के दो सदस्यों को घरवालों का टॉर्चर सहना पड़ रहा है और करणवीर सबके सामने बैठकर हलवा खा रहे है। वहीँ किसी बात पर दीपिका को भी श्रीसंत पर गुस्सा आ जाता है। इस सब के बीच घर के सदस्य रोमिल को घर का कैप्टन बना दिया जाता है।

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।