Indian Idol 11: ऑडिशन देने आए नेत्रहीन लड़के ने नेहा कक्कड़ को बताई दिल दहला देने वाली आपबीती, रोने लगीं सिंगर

सोनी चैनल पर आने वाला रियलिटी सिंगिंग शो 'इंडियन आइडल 11' (Indian Idol 11) बीते हफ्ते से शुरू हो चुका है। विशाल डडलानी (Vishal Dadlani), नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) और अनु मलिक (Anu Malik) शो के जज हैं।

नेहा कक्कड़। (फोटो- ट्विटर)

छोटे पर्दे के सुपरहिट रियलिटी सिंगिंग शो ‘इंडियन आइडल’ (Indian Idol 11) का 11वां सीजन शुरू हो चुका है। पिछले सीजन की तरह इस बार भी विशाल डडलानी (Vishal Dadlani), नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) और अनु मलिक (Anu Malik) इस शो को जज कर रहे हैं। इस समय शो में ऑडिशन की प्रक्रिया दिखाई जा रही है।

बीते हफ्ते टेलीकास्ट हुए एपिसोड में एक नेत्रहीन युवक (अविनाश) अपने पिता के साथ ऑडिशन देने आए थे। ऑडिशन से पहले तीनों जज उनसे बातचीत करते हैं। इस दौरान नेहा कक्कड़ उनसे पूछती हैं कि उनके चेहरे पर निशान कैसे पड़े। अविनाश कहते हैं, ‘चेहरा जल गया था। ये आग मैंने खुद लगाई थी। मैं देख नहीं सकता तो मैंने सोचा कि मैं जी कर क्या करूंगा। मेरे पापा के चले जाने के बाद मुझे कौन देखेगा।’

देखिए अविनाश का ऑडिशन…

अविनाश ने गाया अनजाना अनजानी फिल्म का गाना

अविनाश की आपबीती सुन नेहा कक्कड़ और विशाल डडलानी की आंखें नम हो गईं। तीनों जजों ने अविनाश का हौसला बढ़ाया और वादा लिया कि वह फिर कभी आत्महत्या करने के बारे में नहीं सोचेंगे। इसके बाद अविनाश ने अनजाना अनजानी फिल्म का गाना ‘तू ना जाने आसपास है खुदा’ गाया। विशाल-शेखर ने ही इस गाने को तैयार किया था। राहत फतेह अली खान ने इस गीत को गाया था।

विशाल डडलानी ने अविनाश का अदा किया शुक्रिया

अविनाश के गाने के बाद विशाल डडलानी उनका शुक्रिया अदा करते हुए कहते हैं कि वह आज इस गाने का मतलब समझे हैं। तीनों जजों को अविनाश की आवाज बेहद पसंद आई और उन्होंने अविनाश को मुंबई आने का टिकट दिया। बताते चलें कि ऑडिशन के पहले राउंड में कई कंटेस्टेंट की आवाज जजों को पसंद आई और सलेक्टेड लोगों को मुंबई आने का गोल्डन टिकट दिया गया।

सुपर डांसर्स के बीच पहुंचीं नेहा कक्कड़, अपने इस गाने को सुन रोते हुए कहा- अब प्यार नहीं होगा…

वीडियो में देखिए नेहा कक्कड़ का नेट वर्थ…

राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।