करण ओबेरॉय ने सॉन्ग रिश्तों का व्यापार के जरिए बयां किया अपना दर्द, बताया क्या है #MenToo का सही मतलब

करण ओबेरॉय ने जेल से बाहर आने के बाद एक गाना गाया है, जिसका नाम रिश्तों का व्यापार है। जोकि समाज के एक बड़े सच से लोगों को रूबरू करने का काम कर रहा है।

करण ओबेरॉय ने गाया गाना रिश्तों का व्यापार (फोटो साभार- इंस्टाग्राम)

सिंगर से एक्टर बने करण ओबेरॉय ( Karan B Oberoi) को रेप केस में जमानत मिल गई है, इसके बाद से वह लोगों के बीच यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि मेनटू मूवमेंट महिलाओं के विरोध से नहीं, बल्कि ये दोनों जेंडर की समानता से जुड़ा हुआ है। इसी के आधार पर उन्होंने गाने के जरिए अपना दर्द बयां किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे महिलाओं के झूठे रेप के आरोपों की सच्चाई लोगों के सामने आई है।

करण ओबेरॉय के गाने का नाम रिश्तों का व्यापार (Rishton Ka Vyapaar) है। इस गाने के जरिए करण ओबेरॉय ने उन सभी पुरूषों का दर्द लोगों के सामने रखा है जोकि कभी न कभी झूठे रेप केस में फंसे हैं और बाद में वह बेकसूर निकले। गाने में कुछ न्यूज चैनल के क्लिप्स और अखबारों की कटिंग्स दिखाई गई है। गाने की शुरुआत इस बेशुमारी के बाजार में लाइन से शुरु होती है। वैसे करण ओबेरॉय ने जिस तरह से लोगों के बीच अपना संदेश पहुंचाया है वह काबिले तारीफ है।

इसके साथ ही अपने इस गाने के बारे में बता करते हुए एक्टर करण ओबेरॉय ने कहा, ‘इस सॉन्ग में मेरे गुस्से, पीड़ा और भावनाओं की अभिव्यक्ति हुई है। इसके साथ ही इसी तरह के फर्जी मामलों का दर्द झेल रहे कुछ अन्य लोगों की भावनाएं भी इसमें दिखाई गई है। वहीं, हिंदी रश को  दिए गए एक्सक्लूसिव वीडियो में करण ने बताया कि उन्होंने कभी भी कोई भी कानून नहीं तोड़ा और उनके बुरे वक्त में कई लोगों ने उनका साथ पूरे तरीके से दिया।

यहां देखिए करण ओबेरॉय का एक्सक्लूसिव वीडियो…

दीपाक्षी शर्मा :सभी को देश और दुनिया की खबरों के साथ-साथ एंटरटेनमेंट जगत से रुबरु कराने का काम करती हूं। राजनीतिक विज्ञान का ज्ञान लेकर एमए पास किया है। मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा के बाद फिलहाल पत्रकारिता कर रही हूं।