बिग बॉस के घर में इन दिनों करणवीर खुद को बहुत ही अकेला महसूस करते है| एक टास्क के दौरान जब कोई उनका साथ नहीं देता तो वो बहुत ही अकेले हो जाते है और अपने इमोशन को कंट्रोल नहीं कर पाते और बाथरूम में जाकर रोने लग जाते है| यही नहीं बल्कि बाद में करणवीर, दीपिका से बात करते हुए उन्हें बताते हैं कि उनके लिए रिश्ते बहुत ही महत्वपूर्ण होते है| इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि इस टास्क में उन्हें ऐसा लगा कि उनके दोस्त उन्हें धोखा दे रहे थे| क्योंकि किसी ने भी टास्क के दौरान उनकी मदद नहीं की|
आइये जानते हैं बिग बॉस के घर में कौनसा नया हंगामा देखने को मिला| बिग बॉस के इस एपिसोड की शुरूआत होती है पोल्ट्री फॉर्म टास्क से| बिग बॉस बताते हैं कि अब ये गेम ख़तम हो गया है| जिसमें सबा, मेघा और दीपिका विनर बन गए है| हालाँकि सबा घर की कप्तान नहीं बन सकती हैं, इसलिए उन्हें कैप्टेंसी के लिए अपनी दावेदारी सोमी को देनी पड़ गयी|
दूसरी तरफ कप्तानी टास्क में दीपक, सोमी और मेघा कैप्टेंसी के दावेदार बनते है| अब इन तीनो के बीच गार्डन एरिया में एक टास्क होना था| इस टास्क में गार्डन एरिया में एक ट्रेन का कंपार्टमेंट बनाया गया था| और बाहर एक स्टाल लगाया गया था जिसमें कुछ अच्छी तो कुछ कड़वी चीजें राखी गयी थी| तीन कप्तानी के दावेदरों को छोड़कर घर के बाकी सदस्य दुकानदार की भूमिका में हैं| उन्हें ट्रेन में यात्रा कर रहे लोगों के लिए सामान बेचने का काम दिया गया था|
इस टास्क में कप्तान बनने वाले कंटेस्टेंट्स को चुनौती दी गयी थी कि अगर वो इस ट्रैन के डब्बे से बाहर आएंगे तो वो इस गेम से बाहर हो जाएंगे| टास्क के दौरान, सिग्नल लाल होगा तब ट्रैन रुक जायेगी| जैसे ही ट्रैन रुकेगी दुकानदारों को अपने स्टॉल से कोई भी सामान ट्रेन में सवार लोगों यानी दीपक, सोमी और मेघा को बेचना था| साथ ही साथ इस गेम में एक ट्विस्ट ये भी था कि दुकानदार बने बाकी घरवालेअपने पसंदीदा कंटेस्टेंट को जिताने और विरोधी कंटेस्टेंट को हराने की कोशिश कर सकते है|
श्रीसंत ने ठान लिया था कि वो कप्तानी के दावेदारों की मुश्किलों को बढ़ा कर ही रहेंगे| इस लिए उन्होंने अपने स्टाल पर रखी कई चीजों में वाशिग जेल और डिटर्जेंट मिला दिया| इसके बाद बिग बॉस ने आदेश दिया कि कप्तानी के दावेदारों को सिर्फ खाने वाला सामान ही दिया जाएगा|
श्रीसंत की इस हरकत पर सुरभि राणा उनपर भड़क गयी| सुरभि श्रीसंत को खरी खोटी सुनाते हुए कहती हैं कि अगर कोई स्पोर्टी काम होता है तो आप हार मान जाते है लेकिन कमजोर टास्क में हिस्सा लेने लग जाते है|