गोविंदा और कृष्णा अभिषेक के बीच घमासान, एक गलती और टुटा मामा-भांजे का रिश्ता

गोविंदा और कृष्णा अभिषेक ने ख़त्म किया अपना रिश्ता, जानें ये बड़ी वजह

गोविंदा और कृष्णा अभिषेक ने ख़त्म किया अपना रिश्ता, जानें ये बड़ी वजह

बॉलीवुड और टेलीविज़न में पारिवारिक झगड़े देखने को मिलते हैं| अब हाल में ही ऐसा ही एक झगडा देखने को मिला है कृष्णा अभिषेक और गोविंदा के बीच में| टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में गोविंदा की पत्नी सुनीता ने बताया कि उन्होंने गोविंदा और कृष्णा के बीच की दूरी को मिटाने की कोशिश की हालाँकि यह सब बिगड़ गया|

यही नहीं जब उनसे कृष्णा के जुड़वा बच्चों के जन्मदिन के पार्टी में नहीं आने के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था, “गोविंदा और मैं उस दिन लंदन में थे (3 जून), हालाँकि इस वजह से नहीं बल्कि हमें पार्टी में बुलाया नहीं गया था हम इस लिए नहीं गए थे| और यहां तक ​​कि अगर उन्होंने बुलाया होता तो भी हम नहीं जाते| मैंने उनके बच्चों को उनके माता-पिता के दुर्व्यवहार की वजह से आज तक नहीं देखा है। हमने कृष्णा और कश्मीरा के साथ सभी संबंध तोड़ दिए हैं, और मैं कसम खाती हूं कि मैंने दोबारा सब सुलह करने की कोशिश नहीं करुँगी| दो साल पहले मैंने ऐसा किया था और मैं मुर्ख थी| गोविंदा उनके बारे में सही था। यह मेरी गलती थी कि मैंने सोचा कि हमें उन्हें एक और मौका देना चाहिए। ”

यही नही बल्कि जब कृष्णा अभिषेक से गोविंदा के उन आरोपों का जवाब देने के लिए कहा गया जिसमें गोविंदा ने कहा था कि वो उनके नाम की वजह से फेमस है| सुनीता के दावों के जवाब में, कॉमेडियन ने टाइम्स ऑफ इंडिया को इंटरव्यू में कहा , “अगर उन्हें लगता है कि मैंने करियर बनाने के लिए उनके नाम का उपयोग किया है तो मैं ही नहीं मामा के कई भतीजी और भतीजे हैं। कहाँ हैं वो? उनके ऐसे दावों को भी देखना बहुत ही हैरानी भरा है| हाँ, इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि जब मैंने जवान था तो उसने मुझे व्यक्तिगत तौर पर मदद की थी। उन्होंने मुझे पैसे भी दिए हैं। लेकिन मैंने कड़ी मेहनत के माध्यम से करियर बनाया है| मुझे बुरा लगता है, खासकर क्योंकि मैंने हमेशा उनसे प्यार किया है और उनका सम्मान किया है। मैं उनके घर में छह साल तक रहा हूं और सुनीता मामी ने मुझे अपने बच्चे की तरह व्यवहार किया है। हालांकि, अगर मैं चीजों को हल नहीं कर पा रहा हूं तो मैं ठीक हूं। उन्हें पता है कि वो मेरे लिए क्या हैं और ये कोई बदल नहीं सकता|

श्रेया दुबे :खबरें तो सब देते हैं, लेकिन तीखे खबरों को मजेदार अंदाज़ में आपतक पहुंचाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। पिछले चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही हूं। फिलहाल इंटरनेट को और एंटरटेनिंग बना रही हूं।