देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है। इस लॉकडाउन में अस्सी और नब्बे के दशक के कई धारावाहिक नाटकों दूरदर्शन पर दोबारा प्रसारित किया जा रहा है। जिसमें रामायण (Ramayan), महाभारत, चाणक्य, शक्तिमान और अन्य सीरियल शामिल हैं। वहीँ अगर रामायण की बात की जाए तो रामानंद सागर (Ramanand Sagar) के बाद उनके बेटे आनंद सागर (Aanand Sagar) ने भी रामायण बनाई। जिसमें गुरमीत चौधरी (Gurmeet Choudhary) ने राम का किरदार निभाया था और देबिना बनर्जी (Debina Bonnerjee) सीता बनी थीं। वहीं इस सीरियल में वनवास की शूटिंग के दौरान एक बात को लेकर कहासुनी हो गई थी और देबिना बनर्जी ने गुरमीत के साथ कभी काम न करने की कसम तक खा ली।
जब आनंद सागर कृत रामायण के बहुत जरूरी सीन की शूटिंग चल रही थी। उस समय राम, लक्ष्मण और सीता के वनवास की शूटिंग हो रही थी। जंगल को सही तरीके से दिखाने के लिए सेट पर काफी कंकड़-पत्थर बिछा दिए गए थे। ऐसे में जब शूटिंग शुरू हुई तो गुरमीत काफी तेजी से आगे निकल जाते और सीता यानी देबिना पीछे रह जाती थीं। उस समय देबिना ने गुरमीत से धीमा चलने को कहा, लेकिन जब दोबारा शूटिंग शुरू हुई तो फिर से गुरमीत आगे निकल गए और इधर देबिना पीछे रह गईं।
जब इस सीन को कई बार रिपीट किया गया तो निर्देशक ने गुरमीत के बजाए देबिना को डांट लगा दी। इसी दौरान इन दोनों के बीच हल्का वाद-विवाद शुरू हो गया। धीरे-धीरे बात बढ़ती गई। इस सीन की शूटिंग समाप्त होने तक दोनों में इतना ज्यादा तू-तू, मैं-मैं शुरू हो गई कि लक्ष्मण का किरदार निभा रहे अंकित अरोड़ को बीच में आकर दोनों को शांत कराना पड़ा।
इस झगड़े ने गुरमीत चौधरी और देबिना बनर्जी के बीच एक दीवार खड़ी कर दी। शो के खत्म होते-होते कभी जिंदगी एक साथ बिताने की बातें सोचने वाला यह जोड़ा फिर कभी साथ काम ना करने की कसम खा ली। इसके कुछ दिनों बाद ने एक-दूसरे के बीच हुए इस मतभेद को भुलाकर शादी कर ली। इसके बाद कुछ रियॉलिटी शोज और कुछ विज्ञापनों में साथ में दिखाई भी दिए।