जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आठ साल की एक बच्ची के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले को लेकर देश भर में गुस्सा फैला हुआ है बकरवाल समुदाय की इस बच्ची का अपहरण, बलात्कार और उसकी हत्या को लेकर रोंगटे खड़ी कर देने वाले खुलासे हुए हैं।
हम आपको बताते है कि, आखिर पूरा मामला क्या है।
आसिफा यह बच्ची इस साल 10 जनवरी को गमशुदा हुई थी, उसके पिता ने आसिफा को दो दिनों तक उसे हर जगह ढूंढ़ा और आखिर में थकहार कर 12 जनवरी को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी बच्ची घोड़े का चारा लेने के लिए जंगल गई थी, लेकिन फिर लौटी ही नहीं। पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी, लेकिन तब तक उस मासूम की मौत हो चुकी थी। पुलिस को 17 जनवरी के दिन कठुआ के ही रासना गांव के पास के जंगलों में बेहद बुरी हालत में बच्ची की लाश मिली। लगभग तीन महीने पुराने इस प्रकरण में खुलासे में आया की बकरवाल समुदाय की एक आठ साल की मासूम के साथ एक सप्ताह तक नशे की हालत में सामूहिक ब्लात्कार किया गया था। अपनी हवस मिटाने के बाद आरोपियों ने उसके सिर को पत्थर से कूच कर उसकी हत्या कर दी थी। इस पूरे केस में की एक एक जगह की तस्वीरें पेश हैं। सबसे पहली तस्वीर है कठुआ की निर्भया के घर की। कठुआ के रसाना इलाके में बना ये घर बच्ची के मामा युसूफ का है। बच्ची इसी घर में रहती थी।
सांझि राम को क्राइम ब्रांच ने इस पूरे केस के मुख्य आरोपी करार दिया है। बता दें कि सांझी राम राजस्व विभाग में बतौर जिलादार काम करता था। देव स्थान की जहां क्राइम ब्रांच की रिपोर्ट के अनुसार बच्ची के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया गया था। क्राइम ब्रांच की ओर से पेश की गई चार्ज शीट में भी इसी स्थान का जिक्र किया गया है। इस पुरे मामले की रिपोर्ट देखने के लिए इस video को देखे |