भोजपुरी एक्टर प्रदीप पांडे ने रानी चटर्जी की जमकर तारीफ, कहा- भोजीवुड की कंगना रनौत हैं वो

भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार प्रदीप पांडे (Pradeep Pandey) उर्फ़ चिंटू के द्वारा गाया हुआ सॉन्ग पांडे जी का बेटा हूँ (Pandey Ji Ka Beta Hoon) इन दिनों विवादों में घिरा हुआ है। जिसको लेकर अब प्रदीप पांडे ने अब अपनी चुप्पी तोड़ी है।

भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) के सुपरस्टार प्रदीप पांडे (Pradeep Pandey) उर्फ़ चिंटू और उनका परिवार हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। हाल ही में प्रदीप पांडे द्वारा गाया हुआ सॉन्ग पांडे जी का बेटा हूँ (Pandey Ji Ka Beta Hoon) इन दिनों विवादों में घिरा हुआ है और यूट्यूब पर भी गाने का धमाल छाया हुआ है। फैंस गाने को काफी पसंद कर रहे है। इसी दौरान जब प्रदीप पांडे की हिंदी रश डॉट कॉम से एक्सक्लूसिव मुलाकात हुई तो पांडे जी ने बताया कि भोजपुरी की अभिनेत्रियों के लिए कितना जरूरी एक्टर का ख़ासम ख़ास होना।

सवाल – कितनी सच्चाई है,की भोजपुरी सिनेमा में अभिनेताओं के बिना अभिनेत्रियां अधूरी है ?

प्रदीप पांडे – मेरे हिसाब से कोई किसी के बिना अधूरा नहीं है। सबकी अपनी-अपनी क्षमता है। सब ही का अलग अलग तरीका है,अपनी परफॉरमेंस देने का। सिनेमा किसी का आदि नहीं है। कोई किसी के लिए नहीं रुकता। जहां तक बात है भोजपुरी फिल्मो की। कई अभिनेत्रियों ने अपना अच्छा समय और एक नया दौर दिया है। हम रानी चटर्जी, पाखी हेगड़े और रिंकू घोष जी को ही देख लिया जाए, इन सभी अभिनेत्रियों ने एक खूबसूरत समय दिया है। इंडस्ट्री को अपनी परफॉरमेंस से, अपनी अदाकारी से नवाज़ा है। कोई किसी का मोहताज नहीं है। फिल्म बनाना एक टीम वर्क है। ये एक गलत सोच है ,की बिना किसी बाहुबली अभिनेता के अभिनेत्रियों का कुछ नहीं हो सकता। अकेले कोई भार नहीं उठा सकता ,बिना परिवार और दोस्त के साथ के एक अकेला व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता। किसी भी काम को करने के लिए साथ की जरुरत होती है सहारे की जरुरत होती है।

सवाल – जब आपके पिता राजकुमार पांडेय (Rajkumar Pandey) की जब भी बात आती है। लोगो को उनकी बाते हजम नहीं होती ?

प्रदीप पांडे –जी सच्चाई कड़वी होती है,और कड़वा किसी को पसंद नहीं है। मेरे दादा जी ,जिन्होंने हमेशा हमें सिखाया है की हमे हमेशा सच्चाई में जीना चाहिए। भ्रम पालने से कुछ नहीं होता सब यही रह जायेगा। आपके साथ आपके कर्म जाएंगे और लोगो का प्यार।हमेशा पिता जी कहते है, कि आप मेहनत करो आपकी मंज़िल तक जाने से कोई नहीं रोक सकता। क्या आपको भी प्रदीप पांडेय की बाते सही लगती है? कमेंट करके जरूर बताए।

तृप्ति शर्मा :दो साल से मीडिया जगत में काम कर रही हूं। हर दिन कुछ नया करने की जिद है। वीडियो एडिटिंग के साथ ही फिल्मी खबरें लिखना मुझे बहुत अच्छा लगता है। कुछ और बेहतर होगा इसी उम्मीद के साथ मैं हिन्दी रश डॉट कॉम के साथ जुड़ी हूं।