जब हमने इंडस्ट्री के दिग्गज डायरेक्टर प्रोड्यूसर राजकुमार पांडे (Rajkumar Pandey) से पूछा कि आपके बेटे चिंटू (Chintu Pandey) बढ़ियां काम करते हैं। उनकी फ़िल्में इतनी चलती हैं। फिर भी कभी देखा नहीं हमने कि उन्हें अवार्ड मिला हो ? जवाब में राजकुमार पांडे ने कहा – क्योंकि चिंटू ने परफॉर्म नहीं किया। दरअसल क्या है ना कि हमारी इंडस्ट्री में जो अवार्ड देने वाले लोग हैं वो आपसे कुछ चाहते भी हैं। एक बात आपको बताता हूँ। ज्यादातर होता क्या है कि अवार्ड देने वाले हमारे पास हमें निमंत्रण देने आते हैं।
अपनी बातों को बढ़ाते हुए पांडे जी कहते हैं – मुझे बुलाने के लिए बाद कहते हैं कि आप चिंटू को बोलिए परफॉर्म करने के लिए। अरे भाई.. ये तो चिंटू का लुक है ना कि उसे आना है की नहीं। उसके टाइम नहीं है तो वो नहीं कर पाता। अब चिंटू नहीं कर पाता तो मुझे भी नहीं बुलाया जाता है। तो ये व्यथा है हमारी इंडस्ट्री की।
कई फ़िल्में डायरेक्ट करने वाले राजकुमार पांडे अपने बिंदास बोल के लिए जाने जाते हैं। इनका नाम अक्सर खेसारी लाल यादव के जुड़ता है। खेसारी का नाम सुनते ही राजकुमार पांडे भड़क जाते हैं। ऐसा क्यों, ये तो वही जाने पर जानकारी के मुताबिक़ जहाँ एक तरफ भोजपुरी इंडस्ट्री में यादव का कब्जा है, ठाकुरों की मनमानी है तो वहीं राजकुमार पांडे ने भी ब्राह्मणों का दबदबा बरकरार रखा है।