भोजपुरी के हास्य अभिनेता मनोज टाइगर (Manoj Tiger) लागल रहा बताशा (Lagal Raha Batasha) फिल्म की सफलता का जश्न मनाने के लिए हिंदी रश डॉट कॉम (HindiRush.com) के दफ्तर पहुंचे हुए थे। हमसे बात करते हुए मनोज टाइगर ने भोजपुरी जगत में एंट्री से लेकर जिंदगी के उतार- चढ़ाव पर भी बात की। मनोज टाइगर ने ये भी बताया कि किन कारणों से दिनेश लाल यादव निरहुआ (Dinesh Lal Yadav Nirahua) आजमगढ़ से लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाए।
मनोज टाइगर (Manoh Tiger Comedy) ने कहा – देखिए मेरा तो जन्म हुआ है आजमगढ़ में। वहां जो वोट का बटवारा है उसका तरीका बिलकुल अलग है। जातिवाद जैसी चीजे अभी भी हैं वहां। एक बात तो तय है कि मोदी जी (Narendra Modi Ji) ने आजमगढ़ में जातिवाद की दिवार में दरार जरूर पैदा कर दी है। पिछली बार मुलायम सिंह (Mulayam Singh) जी यहां से तीन लाख चालीस हजार वोट पाए थे जबकि इस बार सपा पार्टी गठबंधन में थी फिर भी दिनेश लाल यादव जी ने तीन लाख तिरसठ हजार वोट लिया आजमगढ़ से।
अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए मनोज टाइगर कहते हैं – तो ये जीत है निरहुआ की। अगर गठबंधन नहीं होता और सपा पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष जी चुनाव नहीं लड़ रहे होते तो अखिलेश यादव जी का पत्ता साफ़ हो जाता। इलसिए मैं ये कहता हूं कि निरहुआ हारा नहीं है जीता है। मजे की बात तो ये है कि 50 हजार वोट निरहुआ को दलितों का मिला है। दिवार टूट चुकी है और आप देखिएगा कि अगली बार हमारा सांसद बन रहा है।